लोकसभा चुनाव 2024: पांचवें चरण में दिल्ली-बंगाल की इन सीटों पर ''बिहारी VS बिहारी' मुकाबला, बिहार में दांव पर 'बाहरी' कैंडिडेट्स की साख

पांचवें चरण में दिल्ली-बंगाल की इन सीटों पर बिहारी VS बिहारी मुकाबला, बिहार में दांव पर बाहरी कैंडिडेट्स की साख
  • देश में 20 मई को लोकसभा चुनाव का पांचवा चरण
  • दिल्ली-बंगाल की सीटों पर बिहारी उम्मीदवारों में मुकाबला
  • बिहार में 'बाहरी' कैंडिडेट्स में भी टक्कर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा के पांचवें चरण का मतदान 20 मई को होना है। जिसमें कुल 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 20 मई को होने वाले इस मतदान में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट और पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट पर सबकी नजर है। क्योंकि इन दोनों सीटों पर मुकाबला बिहार के ही रहने वाले उम्मीदवारों के बीच है। यह कोई पहली बार नहीं है, जब बिहार के रहने वाले नेता अन्य राज्य में जाकर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके पहले भी बिहार के रहने वाले नेता दूसरे राज्यों में चुनाव लड़कर लोकसभा का सफर तय कर चुके हैं। तो कौन हैं वह उम्मीदार जिनके बीच ''बिहारी बनाम बिहारी'' मुकाबला होने वाला है। आइए जानते हैं इसके बारे में

मनोज तिवारी बनाम कन्हैया कुमार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट पर पांचवें चरण में चुनाव होना है। जहां, मुकाबला बिहार के रहने वाले दो उम्मीदवारों के बीच है। बीजेपी की तरफ से मनोज तिवारी और कांग्रेस की ओर से कन्हैया कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। मनोज तिवारी बिहार के कैमूर (भाभुआ) जिले के रहने वाले हैं। तो वहीं, कन्हैया कुमार बेगूसराय से हैं। बीते चुनावों की बात करें, तो 2014 और 2019 के आम चुनाव में मनोज तिवारी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट से सासंद चुने जा चुके हैं। इसके आलावा, कन्हैया कुमार का इस सीट से पहला चुनाव है। 2019 के आम चुनाव में कन्हैया कुमार बिहार के बेगुसराय सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया बेगुसराय से ही टिकट मिलने की उम्मीद कर रहे थे। मगर इंडिया ब्लॉक की सीट शेयरिंग में यह सीट लेफ्ट के खाते में चली गई। इसके बाद कन्हैया को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से टिकट मिला।

शत्रुघ्न सिन्हा बनाम एसएस अहलूवालिया

पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से पर भी मुकाबला बिहार के रहने वाले दो उम्मीदवारों के बीच है। बीजेपी की तरफ से बर्धमान-दुर्गापुर से सांसद एसएस अहलूवालिया चुनाव मैदान में हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बिहारी बाबू नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है। बता दें कि, बीजेपी ने पहले आसनसोल सीट से पावर स्टार पवन सिंह को टिकट दिया था, लेकिन पवन सिंह इस सीट से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। उसके बाद बीजेपी ने एसएस अहलूवालिया को मैदान में उतारा। बीजेपी प्रत्याशी अहलूवालिया का जन्म तो बंगाल के आसनसोल में हुआ था, लेकिन उनका स्थाई पता पटना में बोरिंग कैनाल रोड है। इसके साथ ही अहलूवालिया का नाम पटना साहिब सीट पर बतौर मतदाता दर्ज है। यह वही लोकसभा सीट है, जहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा वर्षों तक संसद में प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। अहलूवालिया बिहार से दो बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।

बिहार में अजमाई किस्मत

वहीं, दूसरी ओर अन्य राज्यों से भी बिहार में आकर कई नेता अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। इनमें शामिल आचार्य जेबी कृपलानी, मधु लिमये, चंद्रशेखर, जार्ज फर्नांडिस और शरद यादव को बिहार की जनता ने लोकसभा तक पहुंचाया है। इन नेताओं की राजनीति की बात करें तो महाराष्ट्र के पूणे के रहने वाले मधु लिमये 1964 में बिहार के मुंगेर सीट से उपचुनाव के बाद सांसद चुने गए थे। और 1967 के भी चुनावों में जनता ने लिमये को लोकसभा तक पहुंचाया था। कर्नाटक के रहने वाले जॉर्ज फर्नांडिस ने 1977 में मुजफ्फरपुर सीट चुनाव लड़ा और लोकसभा तक का सफर तय किया था। फर्नांडिस मुजफ्फरपुर और नालंदा से कुल मिलाकर सात बार सांसद रह चुके हैं। 1952 में भागलपुर सीट से उपचुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर आचार्य कृपलानी संसद पहुंचे थे।

Created On :   15 May 2024 10:55 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story