लापरवाही: अभी तक नहीं हुआ पेंच की नहरों का पूरा काम, आने वाले समय में किसानों को फिर होंगी दिक्कतें

अभी तक नहीं हुआ पेंच की नहरों का पूरा काम, आने वाले समय में किसानों को फिर होंगी दिक्कतें
  • पेंच की नहरों के काम में लापरवाही
  • किसानों को दिक्कतों का कर पड़ सकता है सामना
  • मामले को किया जा रहा नजरअंदाज

डिजिटल डेस्क, सिवनी। पेंच डायवर्सन प्रोजेक्ट की नहरों का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। पांच साल से अधिक का समय बीत गया लेकिन स्थिति जस की तस है। जहां पर नहरों का विस्तार होना था वहां पर नहरें पूरी नहीं बनी है। जबकि नहरें हर बार फूट जाती है। सुधार के नाम पर खानापूर्ती की जाती है। जल्द ही बारिश शरु होने वाली है लेकिन काम अधूरे पड़े हुए है। सबसे बुरे हाल तो कपुर्दा के पास 19 करोड़ से बन रहो कलवर्ट बॉक्स की है। यहां पर अभी 50 प्रतिशत काम हुआ है।

यहां पर हैं अधूरा काम

जानकारी के अनुसार जैतपुर, मड़वा, घोंटी, कुदवारी, टिकारी, लोनिया, बंडोल, खामखरेली, नगझर में पेंच नहर का काम अधूरा पड़ा है। सोनाडोंगरी के पास अभी भी नहर खुदाई काम चल रहा है। यहां पर खुदाई में पत्थर आने के कारण उसका लेबल भी सही नहीं किया जा रहा। ऐसे में पानी छोडऩे पर उसका बहाव प्रभावित हो सकता है। यही समस्या

माइनर नहरें भी खस्ताहाल

खेत तक पानी पहुंचाने के लिए बनाई गई माइनर नहरें भी खस्ताहाल हैं। घटिया स्तर की बनाई गई नहरें जल्द फूट गई। कई जगह नहर दो टुकड़ों में बंट गई। ऐसे में यदि पानी आता भी है तो वह इधर उधर बह सकता है। हालांकि शुरु से ही माइनर नहरों को लेकर विवाद की स्थितियां बनती रही हैं।

टूटी नहरों का सुधार नहीं

पेंच परियोजना की नहरें जहां पर टूटी है वहां पर सुधार नहीं हुआ है। सोनाडोंगरी के पास एक्वाडक्ट का हिस्सा फूटा था जहा पर मुरम और बोल्डर भर दिए गए। जबकि वहां पर कांक्रीट करना था। इसी प्रकार लोनिया के पास डी 4 नहर बार-बार फूटती है। वहां पर भी अभी सुधार नहीं किया गया है।

Created On :   22 Jun 2024 6:48 PM GMT

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