वैनगंगा उफनाने से पेड़ पर चढ़े ग्रामीण को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर बचाया

वैनगंगा उफनाने से पेड़ पर चढ़े ग्रामीण को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर बचाया
  • बांध में तीन स्थानों पर दरार से रिसाव
  • तालाब फूटने से बहा बुजुर्ग
  • सिवनी-मंडला मार्ग हुआ बंद

डिजिटल डेस्क, सिवनी। जिले में मंगलवार-बुधवार की रात को भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई। केवलारी विकासखण्ड के उगली में वैनगंगा नदी के उफनाने से पांच ग्रामीण नदी की धार के बीच फंस गए। इनमें से पेड़ पर चढ़े एक युवक को हैलीकॉप्टर से रैस्क्यू कर बचाया गया। लखनादौन विकासखण्ड के डुंगरिया स्थित बांध में दरार आने से ग्रामीणों मेें दहशत फैल गई। आनन-फानन में दो गांव के लोगों ने अपने गांव खाली कर दिए। डुंगरिया में ही एक तालाब फूटने से पानी में एक बुजुर्ग बह गया। भारी बारिश के कारण सिवनी-मंडला मार्ग में थांवर नदी पुल डूबने से यातायात बंद हो गया।

हैलीकॉप्टर से किया गया रेस्क्यू

जिले के केवलारी तहसील में स्थित उगली से लगे घाट खपरिया में बुधवार की सुबह गाय चराने गए पांच लोग शंभु सिंह पिता मोहन लाल कहार (४२), मीराबाई, मानसिंह, सुकल लोहार और टैगा वैनगंगा नदी में अचानक बाढ़ का पानी बढ़ जाने से फंस गए। शंभू सिंह जान बचाने नदी के बीच स्थित पेड़ पर चढ़ गया। घटना की जानकारी सामने आते ही प्रशासन हरकत में आ गया। प्रभारी कलेक्टर निधि सिंह राजपूत और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। गृह विभाग से संपर्क कर हैलीकॉप्टर भेजने का आग्रह किया गया। केवलारी एसडीएम संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि नागपुर से बचाव कार्य के लिए हैलीकॉप्टर आने के लिए एयर क्लियरेंस मिलने के बाद दोपहर करीब तीन बजे मौके पर पहुंचा। इसके बाद पेड़ में लटके शंभु सिंह को बाहर निकालकर केवलारी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। शेष चार को भी एसडीआरएफ की टीम ने मोटर बोट व रस्से की मदद से बचाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर इस रेस्क्यू अभियान की जानकारी दी।

तालाब फूटने से बहा बुजुर्ग

डुंगरिया का रहने वाला 60 वर्षीय भरत उइके गांव में स्थित सरकारी तालाब फूटने से पानी में बह गया। प्रशासन के द्वारा उसकी तलाश कराई जा रही है। देर शाम तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी।

बांध में तीन स्थानों पर दरार से रिसाव

लखनादौन क्षेत्र में स्थित डुंगरिया गांव में निर्मित डुंगरिया डैम में रिटायर्ड चौकीदार ने बांध मेें तीन स्थानों पर दरार आने से रिसाव देखा। डैम फुल भरने में मात्र तीन फुट पानी बचा हुआ था। जिसके बाद उसने इसकी जानकारी ग्रामीणोंं को दी। जिसके बाद डुंगरिया के लगभग ४० घरों के निवासियों ने पास ही ऊंची पहाड़ी में शरण ली। इसके साथ ही बन्नौर गांव में रहने वाले लगभग एक हजार लोगों ने भी सुरक्षित स्थानों में तथा दूसरे गांवों में शरण ली। पुलिस के अधिकारी रात में ही मौके पर पहुंच गए थे। बुधवार की सुबह सिंचाई विभाग के अधिकारी और प्रशासन मौके पर पहुंचा और पानी के रिसाव को रोकने के लिए रणनीति तैयार की। जेसीबी की मदद से बांध में मुरम का पुराव कर किसी तरह पानी को रोका गया।

सिवनी-मंडला मार्ग हुआ बंद

बारिश का असर पुल-पुलियों पर भी देखने को मिला। पुलों के ऊपर से पानी बहने या फिर पुलों के ही बह जाने के कारण कुई मार्ग बंद हो गए। सिवनी को मंडला जिले से जोडऩे वाला थांवर नदी का पुल रात से ही लबालब चल रहा था। जिसके कारण यातायात अवरूद्ध हो गया। लखनादौन में नरसिंहपुर मार्ग की पुलिया पानी के तेज बहाव में बह गई। बुधवार की शाम को जब पानी कुछ उतरा तो सामने आया कि नए बन रहे पुल की सेंटिंग रॉड का काफी हिस्सा पुराने पुल पर आ गिरा है।

बालाघाट से भी कटा संपर्क

बारिश के चलते सिवनी जिले के उगली क्षेत्र को बालाघाट और मंडला जिले से जोडऩे वाला मार्ग भी मंगलवार की रात से बंद हो गया। नैनपुर से बालाघाट सड़क पर बनाया गया गुडरु घघरिया पुल भारी बारिश के चलते बह गया। यह पुल गुडरु और चांगोटोला के बीच बनाया गया था। इससे उगली, सरेखा सहित अन्य स्थानों के लोगों को आवाजाही के लिए परेशान होना पड़ा।

Created On :   29 Jun 2023 5:52 PM IST

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