चूहों का आतंक: मरीज का पैर कुतरने वाले चूहे अब कटवाएंगे सीएस और आरएमओ की दो वेतन वृद्धि

मरीज का पैर कुतरने वाले चूहे अब कटवाएंगे सीएस और आरएमओ की दो वेतन वृद्धि
  • वृद्ध महिला के पैर कुतरने की घटना के बाद हरकत में आया प्रशासन
  • अस्पताल में पेस्ट कंट्रोल और हर वार्ड में चूहेदानी रखने के निर्देश
  • स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा मामला

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए परेशानी का कारण बने चूहों ने अब यहां पदस्थ अधिकारियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। अस्पताल में भर्ती एक वृद्ध महिला के पैर चूहों द्वारा कुतरे जाने की घटना सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। मामला स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंच चुका है। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम को अस्पताल का निरीक्षण करने भेजा। अस्पताल में चूहों की रोकथाम के लिए पेस्ट कंट्रोल और हर वार्ड में चूहेदानी रखने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने अस्पताल में चूहों के आतंक को प्रबंधन की लापरवाही भी माना है। जिसके लिए सिविल सर्जन और आरएमओ की दो वेतन वृद्धियां रोकने की चेतावनी के साथ कारण बताओ नोटिस दिया है। उन्हें नोटिस का जवाब देने महज तीन दिनों का समय दिया गया है। गौरतलब है कि भर्ती मरीज इंदिरा नगर निवासी 65 वर्षीय गिरजाबाई के 15 मई की रात को पैर कुतरे जाने की घटना को दैनिक भास्कर ने अपने 17 मई के अंक में प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं की सुध ली है।

अस्पताल पहुंचे अपर कलेक्टर, निरीक्षण किया

अपर कलेक्टर केसी बोपचे शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्हें मरीजों ने वार्ड में चूहे होने की जानकारी दी। अस्पताल में मरीजों व परिजनों द्वारा भोजन और खाद्य सामग्री खुले में फेंक दी जाती है, जिसकी वजह से चूहे यहां आते है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा समय पर सफाई नहीं कराई जाती है। जिसकी वजह से यहां ऐसे हालत बने है। अपर कलेक्टर ने अस्पताल में व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है।

हर वार्ड में कराया कैमिकल का छिडक़ाव

शुक्रवार सुबह से पूरे अस्पताल में पेस्ट कंट्रोल शुरू करा दिया गया है। हर वार्ड के ऐसे संभावित स्थान जहां से चूहे अंदर आते है वहां कैमिकल का छिडक़ाव कराया गया है। इसकी गंध से चूहे भाग जाते है या खाने से उनकी मौत हो जाती है। इससे चूहों के अलावा काकरोच, दीमक और खटमल भी खत्म हो जाते है।

अस्पताल के रिकार्ड भी सुरक्षित नहीं

जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों से जुड़े दस्तावेज समेत अन्य दस्तावेज पुरानी ओपीडी में रखे है। यहां भी चूहों का आतंक है। चूहों ने कई दस्तावेज कुतर दिए है। इसके अलावा कार्यालय में भी चूहों का डेरा होने से जरुरी दस्तावेज सुरक्षित नहीं है।

क्या कहते हैं अधिकारी-

जिला अस्पताल के हर वार्ड में पेस्ट कंट्रोल कराया गया है। इसी के साथ सभी वार्डों में चूहेदानी रखी जाएगी। चूहों से निजात पाने समय-समय पर पेस्ट कंट्रोल कराने की व्यवस्था बनाई गई है।

- डॉ.एमके सोनिया, सीएस

Created On :   18 May 2024 9:25 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story