मध्यप्रदेश उत्सव 2024: दूसरे दिन बिंदु जुनेजा ने सांस्कृतिक संध्या में दी ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति

दूसरे दिन बिंदु जुनेजा ने सांस्कृतिक संध्या में दी ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति
  • दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में हो रहा उत्सव का आयोजन
  • दूसरे दिन बिंदु जनेजा ने दी ओडिसी नृत्य पर प्रस्तुति
  • पहले दिन कलापिनी कोमकली ने दी थी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश भवन में आयोजित ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ की सांस्कृतिक संध्या में आज बिंदु जुनेजा और उनकी शिष्या कल्याणी फागरे ने ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति दी। नृत्य प्रस्तुति मंगलाचरण से आरंभ हुई जिसमे देवी के नौ रूपों का चित्रण किया गया, मंगलाचरण की समाप्ति गंधर्व-गीत से हुई। इसके पश्चात नर्मदा स्तुति और राग शंकराभरणम् पल्लवी की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ से हुआ। मध्यप्रदेश भवन में 30 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित हो रहे 'मध्यप्रदेश उत्सव' में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का कार्यक्रम हो रहा है।

बिन्दु जुनेजा ओडिसी की विख्यात नृत्यांगना हैं। उन्होंने गुरुमा माधवी मुदगल और गुरु केलुचरण महापात्र से ओडिसी की शिक्षा ली है। वे भोपाल में "पर्ण" नाम की एक अकादमी भी चलाती हैं, जिसमें वो बच्चों को ओडिसी नृत्य की शिक्षा देती हैं। इनके द्वारा देश के साथ-साथ, विदेशों में भी मंच प्रस्तुतियां दी जा चुकी है।

इससे पहले उत्सव के पहले दिन कलापिनी कोमकली ने देवास के शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी थी। उन्होंने राग पुरिया धनाश्री, पूर्वी थाट, रागदेश, राग मल्हार सहित निर्गुण और लोक भजनों की प्रस्तुति दी, जिसमें समूह के सदस्य रामेंद्र सिंह सोलंकी ने तबला, चेतन निगम ने हारमोनियम, कृष्ण ने मंजीरा, वर्षा और वैशाली ने वीणा पर संगत दी।

Created On :   31 Aug 2024 5:40 PM GMT

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