सिवनी: अब सिवनी में प्राचीन ज्ञान परंपरा से लेकर आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तक की पढ़ाई

अब सिवनी में प्राचीन ज्ञान परंपरा से लेकर आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तक की पढ़ाई
  • जिले को मिली बड़ी सौगात
  • पीजी कॉलेज बना पीएमश्री एक्सीलेंस कॉलेज
  • प्रबुद्ध जनों ने की थी शुरुआत

डिजिटल डेस्क, सिवनी। सिवनी में रविवार को जिला मुख्यालय में स्थित पीजी कॉलेज को एक नया तमगा मिलने वाला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश के अन्य ५४ कॉलेजों के साथ इस पीएमश्री एक्सीलेंस कॉलेज का शुभारंभ करेंगे। इस कॉलेज में विद्यार्थियों को उच्चस्तरीय शिक्षा, नए विषय, सस्ती परिवहन सुविधा सहित कई अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। १९५७ के दौरान निजी महाविद्यालय के रूप में शुरु हुए पीजी कॉलेज की विकास यात्रा का यह एक अहम पड़ाव है।

प्रबुद्ध जनों ने की थी शुरुआत

सिवनी नगर में प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल स्तर की शिक्षा व्यवस्था अंग्रेजी शासन काल में सन १८६३ से ही शुरु हो चुकी थी। इसके पूर्व संपन्न घरानों में शिक्षक घर पर ही आकर पढ़ा दिया करते थे। सामान्य वर्ग के लिए शिक्षा मंदिर और मस्जिदों में पंडितों और मौलवियों द्वारा दी जाती थी। आजादी के बाद उच्च शिक्षा के लिए शहर के बुद्धिजीवियों ने उच्च शिक्षा की व्यवस्था के लिए मनन किया। शहर के नारायण दास गुप्ता, गौरी शंकर पंडया, प्रीतम चंद जैन, जेके सिंह, दादू रूपनाथ ंिसह आदि ने दिगंबर जैन परमार्थ नायास के सहयोग से सिवनी एजुकेशन सोसाइटी का गठन किया। इस सोसाइटी ने सर्व सम्मति से शिखरचंद जैन कला वाणिज्य एंव विज्ञान महाविद्यालय खोलने का निर्णय लिया था। इसकी शुरुआत इंदिरा गांधी शासकीय अस्पताल के पास धर्मशाला से लगे भवन में हुई थी। इसके पहले प्राचार्य गौरीशंकर पंडया थे। कई वरिष्ठ नागरिकों ने पढ़ाई के लिए स्वैच्छिक सेवाएं दीं थीं। जिसमें विमला वर्मा, डीएन तिवारी, हरवंश पुरी गोश्वामी, गिरीश वर्मा आइद शामिल थे। एक सिंतबर १९६२ से यह कॉलेज शासनाधीन हो गया तब इसका व्यय मात्र ४१ हजार २० रुपए मात्र था।

अब बनेगा पीएम श्री

शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय या पीजी कॉलेज सिवनी अब पीएम श्री एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में जाना जाएगा। कभी मात्र कुछ सौ छात्रों से शुरु हुए इस कॉलेज में अब दस हजार छात्र अध्ययन करते हैं। रविवार दोपहर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसका शुभारंभ करेंगे।

छात्रों को मिलेगी बस सुविधा

इस कॉलेज के छात्रों को कॉलेज पहुंचने के लिए विशेष बस सुविधा मिलेगी। मात्र एक रूपए प्रतिदिन या ३० रुपए प्रतिमाह में छात्र अपने घर से कॉलेज तक पहुंच पाएंगे।

एक सा होगा लुक

जिला मुख्यालय में खुलने वाले इन कॉलेजों को लेकर कई योजनाएं शासन स्तर से तैयार की गई हैं। सभी पीएमश्री एक्सीलेंस कॉलेज का लुक एक सा होगा। यहां तक कि बिल्डिंग और गेट भी एक से रखे जाएंगे।

नई फैकल्टी की होगी भर्ती

पीएम श्री कॉलेज में नई फैकल्टी की भर्ती की जाएगी। पुरानी फैकल्टी पर भी आवश्यक योग्यता के नियम लागू होंगे। जिले में खुलने वाले एक्सीलेंस कॉलेज के लिए २२ पदों की स्वीकृति मिल चुकी है। कॉलेज की व्यवस्थाओं के संचालन के लिए नौ करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। शासन की योजना इन एक्सीलेंस कॉलेजों का बजट एक सौ करोड़ रुपए तक बढ़ाने की योजना है।

विश्वविद्यालय स्तर की होगी पढ़ाई

इन कॉलेजों की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह होगी कि यहां पर होने वाली पढ़ाई विश्वविद्यालय स्तर की होगी। विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले तकरीबन सभी विषयों को एक्सीलेंस कॉलेजों में शुरु किया जाएगा। जिले की बात करें तो यहां पर एमएससी फिजिक्स, एमए संस्कृत जैसे विषय शुरु हो रहे हैं। इसके अलावा बीए म्यूजिक और एमएससी कंप्यूटर, कॉमर्स का बैंकिंग फाइनेंसियल मैनेजमेंट की क्लास शुरु हो रही है। एआई से जुड़े कई डिप्लोमा कोर्स शुरु किए जाएंगे।

डिजीटल लाइब्रेरी का मिलेगा फायदा

इन एक्सीलेंस कॉलेजों में डिजीटल लाइब्रेरी की शुरुआत की जाएगी। जिसमें देश की दूसरी लाइब्रेरी से क नेक्टिविटी रहेगी। इसके अलावा हर तरह की किताबें आदि भी उपलब्ध रहेंगी। हिंदी ग्रंथ एकाडमी की किताबें एक काउंटर में मिलेंगी। इसके साथ ही भारतीय ज्ञान पंरपरा के नाम से दुर्लभ किताबें भी उपलब्ध रहेंगी। जो छात्रों में संस्कृति और नैतिक मूल्यों का विकास करेंगी। इसके साथ ही दुर्लभ पौधों हर्रा, बहेरा जैसे पौधों का रोपण कर उनके साथ बच्चों को जोड़ा जाएगा।

निखरेंगी खेल प्रतिभाएं

पीएम श्री एक्सीलेंस कॉलेजों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं भी विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जाएंगी। जिससे उनकी प्रतिभा निखर सके और वे राज्य, देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम फहरा सकें।

Created On :   13 July 2024 6:01 AM GMT

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