Chhindwara News: लो अब बेड भी बिक रहे... रात भर टीन शेड में गुजारने के बाद गर्भवती को दूसरे दिन सौ रुपए में मिला बेड
- गायनिक वार्ड के स्टाफ का कारनामा
- पांढुर्ना के अम्बाड़ा से डिलेवरी के लिए आई है गर्भवती
- एक की वजह से पूरे वार्ड की छवि होती है खराब
Chhindwara News: स्वास्थ्य विभाग मातृ-शिशु मृत्युदर पर अंकुश लगाने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए तमाम तरह के प्रयास भी किए जा रहे हैं, लेकिन जिला अस्पताल में गर्भवती को एक बेड तक नसीब नहीं हो रहा है। एक ऐसा ही मामला बीते दिन सामने आया। पांढुर्ना के अम्बाड़ा से एक गर्भवती को जिला अस्पताल लाया गया था। बेड न मिलने पर गर्भवती ने पूरी रात वार्ड के बाहर टीन शेड में बिताई। दूसरे दिन गर्भवती की सास ने एक महिला स्टाफ को सौ रुपए दिए। तब उन्हें एक बेड मिल सका। जिला अस्पताल में अब तक ब्लड बिकने के मामले सामने आते रहे हैं।
पांढुर्ना के अम्बाड़ा निवासी कमला भालेराव ने बताया कि उसकी बहू करिश्मा शेखर भालेराव को प्रसव पीड़ा के चलते 12 नवम्बर को जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड लाया गया था। बेड न मिलने पर पूरी रात उन्होंने वार्ड के सामने बने टीन शेड में काटी। दूसरे दिन 13 नवम्बर को एक महिला स्टाफ से पलंग के लिए मिन्नत करने पर उसने सौ रुपए लेकर एक पलंग की व्यवस्था बना दी। तब से करिश्मा प्रसव पूर्व महिला वार्ड में भर्ती है।
चार दिन पूर्व एक स्टाफ को हटाया
जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड के हालात यह हैं कि चार दिन पूर्व भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां महिला स्टाफ द्वारा कपड़े के बेल्ट बेचे जा रहे थे। दरअसल डिलेवरी के पश्चात प्रसूता पेट बांधने के लिए इस तरह के कपड़े के बेल्ट का उपयोग करती है। वार्ड में पेशेंट को किसी भी तरह से सामान नहीं बेचा जा सकता। शिकायत मिलने पर प्रबंधन ने महिला स्टाफ पर कार्रवाई करते हुए उसे वार्ड से हटा दिया था।
एक की वजह से पूरे वार्ड की छवि होती है खराब
गायनिक वार्ड स्टाफ पर पूर्व में भी रुपयों की मांग के आरोप लगते रहे है। वार्ड में कुछ स्टाफ ही मरीज या उनके परिजनों से रुपए की डिमांड करते है, ऐसे कर्मचारियों की वजह से न सिर्फ गायनिक वार्ड बल्कि पूरे जिला अस्पताल की छवि खराब होती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
- वार्ड में पर्याप्त बेड है यदि किसी स्टाफ ने बेड के लिए रुपए लिए है तो मामला काफी गंभीर है। शनिवार सुबह सभी स्टाफ को एकत्र कर पीडि़त से पहचान कराई जाएगी। पहचान होने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ.श्वेता पाठक, प्रभारी, गायनिक वार्ड
- मरीज या उसके परिजनों से रुपए लेने वाले स्टाफ को बख्शा नहीं जाएगा। जांच के बाद संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ.हर्षवर्धन कुड़ापे, आरएमओ, जिला अस्पताल
फैक्ट फाइल
- जिला अस्पताल में बेड- 650
- पांच फ्लोर में वार्डों की संख्या- 28
- गायनिक वार्ड में बेड- 150
Created On :   16 Nov 2024 7:08 PM IST