प्रेमी से शादी करने के लिए युवती ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को बताया BSF  में असिस्टेंट कमांडेंट, सच्चाई सामने आने पर गई जेल

To marry her lover, the girl got the job of Assistant Commandant in a fake way (BSF)
प्रेमी से शादी करने के लिए युवती ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को बताया BSF  में असिस्टेंट कमांडेंट, सच्चाई सामने आने पर गई जेल
मध्य प्रदेश प्रेमी से शादी करने के लिए युवती ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को बताया BSF  में असिस्टेंट कमांडेंट, सच्चाई सामने आने पर गई जेल

डिजिटल डेस्क, भोपाल ।  मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया है। आपने किसी प्रेमिका को पाने के लिए लड़को को कई कारनामें करते हुए देखा होगा । ऐसा बहुत कम देखा होगा कि प्रेमिका अपने प्रेम को पाने के लिए प्रेमी को ही नहीं बल्कि उसके परिवार को भी चकमा देने के लिए फर्जी दस्तावेज के सहारे बीएसएफ असिस्टेंड कमांडेंट की नौकरी मिलने का दावा कर दे।  दरअसल सनमति क्षिप्रे नाम की युवती जो महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली है। जिसकी शादी ग्वालियर के एक बैंक कर्मचारी से तय हुई थी। 

आपको बता दें लड़के का परिवार बैंक कर्मचारी बेटे के लिए अफसर बहू की तलाश में कर रहा था। बताया जा रहा है कि युवती बैंक कर्मचारी से प्रेम करती थी। अपने प्रेम को पाने के लिए युवती ने युवक और उसके परिवार वालों को बताया कि उसका चयन सीमा सुरक्षा बल (BSF)  में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर हुआ है। इस बात को सही साबित करने के लिए युवती ने फर्जी अपाइंमेंट लेटर में एडिट कर खुद का नाम और फोटो लगा रखी थी।  
 
अपको बता दें युवती एनसीसी की कैडेट भी रही है। युवती  राजपथ पर हुए परेड में भी हिस्सा ले चुकी है। पुलिस की माने तो युवती ने बैंक कर्मचारी से शादी करने के लिए ऐसी कहानी गढ़ी की लड़के के साथ ही पूरा परिवार भी उसके झांसे मे आ गया। लड़के की शादी युवती के साथ जोड़ दी गई। लेकिन कहा जाता है न कि कोई कितना भी शातिर क्यों न हो एक दिन जरूर पकड में आ जाता है। यहीं हुआ इस युवती के साथ। 

शादी करने के पहले ही 21 फरवरी को लड़के के परिवार वाले लड़की को लेकर बीएसएफ अकादमी टेकनपुर (ग्वालियर) जा पहंचे। यहां परिवार  युवती को ट्रेनिंग दिलाने के लिए लेकर आए थे।  लेकिन यहां युवती की सारे फर्जी दस्तावेजों की पोल खुल गयी।  

बीएसएफ कर्मचारी की नजर जब प्रशिक्षण केंद्र में बैठी युवती के ऑफर लेटर पर पड़ी तो देखा कि ऑफऱ  लेटर डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल BSF डीके उपाध्याय के हस्ताक्षर थे।  जिसे देखने के बाद ही कर्मचारी को ऑफऱ लेटर फर्जी लगा क्योंकि साल 2012  में ही डीके उपाध्याय रिटायर हो चुके थे। जिसके बाद इसके सारे दस्तावेजों की सच्चाई सामने आ गई। 
    
आपको बता दें थाने में पहुंचने पर लड़की ने पुलिस को बताया कि उसने घर पर ही यह फर्जी ऑफर लेटर तैयार किया था। ग्वालियर के आंतरी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि युवती की जिस युवक से शादी होने वाली थी, युवक के परिवार की शर्त थी कि वह उनके बेटे का विवाह किसी अधिकारी लड़की से ही करेंगे।  युवती ने युवक से शादी करने के लिए फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने की कोशिश की लेकिन उसकी सच्चाई सामने आ ही गई। 

Created On :   3 March 2022 8:33 PM IST

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