गायब 18 अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कार्यालयीन समय में ऑफिस के महत्वपूर्ण काम छोड़कर या अभ्यागतों से मिले बिना कोई विवाह समारोह में, तो कोई अपने व्यक्तिगत काम से बाहर था। जिप उपाध्यक्ष कुंदा राऊत ने जिला परिषद के विविध विभागों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षण विभाग संपूर्ण खाली मिला। कोई भी अधिकारी-कर्मचारी अपने टेबल पर नहीं था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कुंदा राऊत ने अधिकारी सहित कर्मचारियों को जमकर लताड़ लगाई, जिसके बाद अब शिक्षाधिकारी (प्राथमिक) रोहिणी कुंभार ने 18 अधिकारी-कर्मचारियों को आनन-फानन में कारण बताओ नोटिस जारी कर तत्काल उसका खुलासा करने के निर्देश दिए हैं।
फोन नहीं उठा रहे थे अधिकारी
2 मई को शिक्षण विभाग के एक अधिकारी के घर विवाह समारोह था। प्राथमिक शिक्षण विभाग के वर्ग-2 और 3-4 के कर्मचारी समूह के साथ दोपहर में शादी के लिए गए थे। ऐसे समय संपूर्ण शिक्षण विभाग में सन्नाटा था। काम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से कई किमी दूर से आए अभ्यागतों को वापस जाने की नौबत आई थी, क्योंकि कार्यालय में कोई कर्मचारी उपलब्ध नहीं था। इस दौरान कुछ शिक्षक कुंदा राऊत के पास पहुंचे। उनके कार्यालय द्वारा शिक्षण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साधा गया। शिक्षाधिकारी प्रशिक्षण के लिए बाहर थे। अन्य अधिकारी फोन नहीं उठा रहे थे। कुछ के साथ संपर्क होने पर वे बाहर होने की जानकारी मिली, जिस कारण वह सीधे शिक्षण विभाग में पहुंचीं।
जमकर लगाई फटकार अचानक उपाध्यक्ष के पहुंचने से अनेक हतप्रभ रह गए। कार्यालय में अंगुली पर गिनने लायक कर्मचारी भी उपस्थित नहीं थे। कार्यालय की स्थिति देखकर वे काफी नाराज दिखीं। उपस्थिति को जमकर फटकारा। रजिस्टर पर उपस्थिति दर्शाकर गैरहाजिर रहने वाले अधिकारी, कर्मचारी को उन्होंने अपने कक्ष में बुलाकर जमकर क्लास ली। साथ ही शिक्षाधिकारी को इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। राऊत के निर्देश पर शिक्षाधिकारी प्राथमिक ने बुधवार को तत्काल सभी अनुपस्थित 18 अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में पूछा गया कि प्रशासकीय सजा क्यों न प्रस्तावित की जाए? तत्काल इसका खुलासा देने का भी निर्देश दिया गया।
Created On :   4 May 2023 10:36 AM IST