प्रसूता की मौत: सीजर के 6 घंटे बाद एचडीयू में प्रसूता की मौत, परिजन ने नर्सिंग स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप

सीजर के 6 घंटे बाद एचडीयू में प्रसूता की मौत, परिजन ने नर्सिंग स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप
  • एचडीयू में प्रसूता की मौत
  • मैहर सिविल अस्पताल से हुई थी रेफर

डिजिटल डेस्क, सतना। जिला अस्पताल के हाई डिपेन्डेंसी यूनिट (एचडीयू) में सीजर से प्रसव के ६ घंटे बाद प्रसूता कौशिल्या कुशवाहा पत्नी सुंदरलाल कुशवाहा (३३) निवासी फिफरी थाना नादन जिला मैहर की मौत हो गई। मृतका के परिजन ने नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की है। उधर सिविल सर्जन के कहने के बाद भी मृतका के परिजन बगैर पोस्टमार्टम कराए शव लेकर चले गए। पीएम नहीं होने से मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। कौशिल्या का ये पांचवां प्रसव था। उसने मेल चाइल्ड को जन्म दिया। एक सप्ताह में एचडीयू में मौत का ये दूसरा मामला है। ६ दिन पहले भी एक महिला की अधिक रक्तस्त्राव की वजह से मौत हो गई थी।

मैहर सिविल अस्पताल से हुई थी रेफर

जानकारी के मुताबिक प्रसव पीड़ा के बाद कौशिल्या के परिजन उसे लेकर सिविल अस्पताल मैहर पहुंचे। वहां से बीती रात तकरीबन २ बजे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजन रात में लगभग ४ बजे जिला अस्पताल पहुंचे। सुबह ६ बजे डॉ निधी श्रीवास्तव ने सीजर से प्रसव कराया। डिलीवरी के बाद सब ठीक होने पर कौशिल्या को वार्ड क्रमांक-४ में शिफ्ट किया गया। सुबह साढ़े १० बजे ड्यूटी डॉक्टर राउंड पर पहुंचे, तब भी सब ठीक था। दोपहर १२ बजे अचानक तबीयत बिगड़ी। महिला को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। आनन-फानन उसे एचडीयू में शिफ्ट किया गया। लगभग एक बजे उसकी मौत हो गई। इससे पहले इमरजेंसी कॉल पर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एलपी सिंह के साथ मेडिकल विशेषज्ञ भी एचडीयू पहुंचे। सीपीआर देने के बाद भी उसे नहीं बचाया जा सका।

स्टाफ नर्सों ने लगाई फटकार

गायनिक विभाग की एचओडी डॉ नीलम सिंह ने बताया कि कौशिल्या की यूरिन पास नहीं हो रही थी। ये समस्या रेफर से पहले की थी। सीजर से प्रसव के बाद दवाइयां चालू की गईं, लेकिन आरान नहीं मिला। उधर मृतका के परिजन ने आरोप लगाया है कि कौशिल्या के पेट में सूजन और हिचकी आ रही थी। नर्सिंग स्टाफ से बताने पर उन्होंने गंभीरता से न लेकर फटकार लगा दिया। परिजन के यह भी आरोप हैं कि वार्ड में बात-बात पर स्टाफ द्वारा पैसों की मांग की जा रही थी।

डॉ शरद दुबे, आरएमओ का कहना है, सुबह ६ बजे सीजर के बाद सब ठीक था, दोपहर १२ बजे अचानक प्रसूता की तबीयत बिगड़ी, एचडीयू में शिफ्ट कर बचाने की कोशिश की गई लेकिन बचाया नहीं जा सका। परिजन पीएम कराने से भी मुकर गए लिहाजा मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी।

Created On :   21 March 2024 4:49 PM IST

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