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मध्य प्रदेश: पवित्र शिप्रा को मैला कर रही सरकार - सज्जन सिंह वर्मा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने उज्जैन में शिप्रा नदी में मिल रहे सीवरेज के पानी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज पर एक बार फिर निशाना साधा। वर्मा ने कहा कि पहले भी लगातार शिप्रा नदी को शुद्ध करने की झूठी नौटंकी कर चुके हैं शिवराज लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी, यह सावन का पवित्र महीना है और लोग भगवान को जल चढ़ाने से लेकर स्नान तथा आचमन के लिए पवित्र शिप्रा का जल उपयोग करते हैं। कुछ समय पहले भी मैंने शिप्रा में मिल रहे जहरीले केमिकल का मामला उठाया था, उस समय भी सरकार ने कोई सख्त कदम नहीं उठाए और जिस तरह से शिप्रा में सीवरेज का पानी मिल रहा है वह इस सरकार की सोच को बता रहा है। पवित्र श्रावण माह में लोग अपनी कावड तक में जल भरते हैं। ऐसे में शहर की गंदगी को शिप्रा में मिलाना सबसे बड़ा पापकर्म यह सरकार कर रही है। वर्मा ने कहा कि उज्जैन को लेकर
सरकार का रवैया सिर्फ भ्रष्टाचार करना है, लोगों की आस्था के केंद्र महाकाल मंदिर परिसर के पुनरुद्धार प्रोजेक्ट महाकाल लोक से लेकर शिप्रा नदी के शुद्धिकरण तक हर जगह इस सरकार ने भ्रष्टाचार किया है, जो हर उज्जैनवासी को दिखाई दे रहा है। प्रदेश की जनता भी लगातार इन सब बातों को देख रही है। इस पाप कर्म की सजा इस सरकार को भुगतना ही होगी। बता दें कि सावन के महीने में महाकाल की नगरी उज्जैन में शिप्रा स्नान का बड़ा महत्व है। लेकिन यदि उसी पतित पावनी शिप्रा का पानी दूषित हो जाए तो स्थिति कुछ अलग होती है। ऐसा ही नजारा सोमवार को रामघाट के जिस स्थान पर बाबा महाकाल की पालकी की पूजन हुई, उसी स्थान पर दो गंदे नाले फूट पड़े और देखते ही देखते सारा गंदा पानी आकर शिप्रा में मिल गया। इससे मोक्षदायिनी मां शिप्रा फिर से मैली हो गई। वहीं मौके पर पुण्य स्नान कर रहे लोगों की भावनाओं को चोट पहुंची है। यह स्थिति महज आधे घंटे की मूसलाधार बारिश की वजह से हुई।
वर्मा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले चार बार यह नाला फूट चुका है। और हर बार इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
आधे घंटे तक शिप्रा में मिलता रहा नालों का गंदा पानी
कांग्रेस नेता वर्मा ने कहा कि यह स्थिति करीब आधे पौने घंटे तक लगातार बनी रही। इसके बाद किसी तरह इस पानी को तो रोक दिया गया, लेकिन उस समय शिप्रा में स्नान कर रहे लोगो तक यह गंदा पानी पहुंच गया था। इससे रामघाट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे श्रद्धालुओं को मानसिक पीड़ा हुई। स्थिति यहां तक आ गई कि वर्जन लोग बिना नहाए ही वापस लौट गए। लोगो ने इस संबंध में तत्काल नागरिक एजेंसियों को सूचित भी किया, लेकिन घंटे भर तक अधिकारियों ने इसकी कोई खबर तक नहीं ली। सज्जन वर्मा कहा कि लगातार पाप झेल रहे मुख्यमंत्री इस बार सरकार गंवा कर ही दम लेंगे, ऐसा स्पष्ट नजर आ रहा है। वैसे भी महाकाल की वक्रदृष्टि निसंदेह भाजपा सरकार पर पड़ रही है।
Created On :   20 July 2023 10:48 PM IST