Chhindwara news: कडक़नाथ के साथ हो रहा बटेर पालन, उपसंचालक ने किया फार्म का आकस्मिक निरीक्षण

कडक़नाथ के साथ हो रहा बटेर पालन, उपसंचालक ने किया फार्म का आकस्मिक निरीक्षण
  • डेहरिया ने बरेली से लिया था प्रशिक्षण
  • जूनापानी किसान मुकेश डेहरिया के ने किया नवाचार
  • बटेर के अंडों को हैचरी मशीन में रखकर बटेर के बच्चे निकाले जाते हैं

Chhindwara। छिंदवाड़ा में देशी मुर्गी फार्म में कडक़नाथ के साथ बटेर पालन का नवाचार अब फल फूल गया है। जिले के तामिया विकासखंड के छोटे से गांव जूनापानी किसान मुकेश डेहरिया के इस नवाचार का आकस्मिक निरीक्षण करने पशु पालन एवं डेयरी विकास उप संचालक डॉ. एचजीएस पक्षवार ने किया। इस दौरान डेहरिया ने बताया कि बरेली से प्रशिक्षण के दौरान 02 टर्की भी लाया गया है, जिनको बटेर व मुर्गियों के साथ रखा गया है।

हैचरी मशीन से निकल रहे बटेर के बच्चे

बटेर के अंडों को हैचरी मशीन में रखकर बटेर के बच्चे निकाले जाते हैं। हैचरी मशीन की क्षमता 3200 अण्डों की है। बटेर के बच्चे निकालने के बाद 35 दिन में बटेर मार्केट में बेचने लायक हो जाती है, एक बटेर की कीमत जिसका वजन 200 ग्राम होता है 80 रूपये में बेची जाती है। बटेर का अण्डा 07 से 09 ग्राम का होता है, जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। यदि मुर्गी के 04 अण्डे खाते हैं तो बटेर के 02 अण्डे, मुर्गी के 04 अण्डों के बराबर होते हैं।

किसान को दी सलाह

उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.पक्षवार के द्वारा बताया गया कि टर्की के द्वारा कॉक्सीडियोसिस बीमारी होने की संभावना रहती है इस बीमारी के लिए टर्की केरियर है। इसलिये टर्की को फार्म में अलग से पाला जाये। उप संचालक डॉ.पक्षवार के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 02 बटेर जिनके पैर लंगड़ाकर चल रही थीं उनको जिंक की कमी के कारण चलते नहीं बन रहा है। इसीलिये जिंक ओरल दवाई के रूप में दी जाए।

हर महीने एक लाख की आय

निरीक्षण के दौरान किसान डेहरिया ने बताया कि पोल्ट्री फार्म से प्रति माह मेरी आय एक लाख रूपये होती है। फार्म का वार्षिक टर्न ओवर 28 लाख रूपये है।

Created On :   2 Dec 2024 10:07 AM IST

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