Chhindwara news: इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप में विस्तार की संभावनाएं कम, नई पर ही बन सकती है बात

इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप में विस्तार की संभावनाएं कम, नई पर ही बन सकती है बात
  • एयरफोर्स अथारिटी नागपुर के अधिकारियों की टीम ने किया निरीक्षण
  • इमलीखेड़ा हवाई पट्टी का हुआ निरीक्षण
  • लंबाई 1486 मीटर, रनवे की चौड़ाई करीब 30 मीटर, कुल चौड़ाई 60 से 80 मीटर

Chhindwara। लंबाई 1486 मीटर, रनवे की चौड़ाई करीब 30 मीटर, कुल चौड़ाई 60 से 80 मीटर। ये है इमलीखेड़ा हवाई पट्टी का नापजोख। यहां भविष्य की संभावनाएं तलाशने यानी इसे बड़े विमानों के उतरने लायक बनाने की संभावनाएं तलाशने बुधवार को पहुंची एयरपोर्ट अथारिटी नागपुर के अधिकारियों की टीम को नाकाफी समझ आई। वजह यहां एडजस्टिंग की गुंजाइश नहीं है। हवाई पट्टी के एक हिस्से में सडक़ और उससे लगे शो-रूम तो दूसरे हिस्से में बिलकुल बाउंड्री से लगी आवासीय कॉलोनी। जिससे हवाई पट्टी के चौड़ीकरण की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं। यहां लंबाई जरूर बढ़ाई जा सकती है लेकिन वह नाकाफी होगी। एयरपोर्ट अथारिटी नागपुर के एजीएम स्तर के अधिकारी कमलेश सूर्यवंशी और एक अन्य अधिकारी के दल ने बुधवार सुबह इमलीखेड़ा हवाई पट्टी का निरीक्षण कर संभावनाएं देखीं। स्थानीय पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने उन्हें हवाई पट्टी का निरीक्षण कराया।

टिकाड़ी की प्रस्तावित जमीन भी देखी:

इमलीखेड़ा में संभावनाएं नजर नहीं आने की स्थिति में एयरपोर्ट अथारिटी नागपुर के अधिकारियों की टीम को शहर से करीब १० किमी और इमलीखेड़ा हवाई पट्टी से करीब ४ किमी दूर ग्राम टिकाड़ी में प्रस्तावित जमीन दिखाई गई। उक्त जमीन पर जरूर उन्हें संभावनाएं नजर आई। अब टीम हेडक्वार्टर को अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद आगे की स्थितियां स्पष्ट होगी।

ऐसा है नई एयरस्ट्रिप का पुराना प्रस्ताव:

राइट्स से सर्वे: वर्ष 2018-19 में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने तिकाड़ी में नई एयर स्ट्रिप बनाने के लिए भूमि का चयन किया था। राइट्स से इसका सर्वे कराया गया था। राइट्स ने उक्त जमीन को एयरस्ट्रिप के लिए अनुकूल बताते हुए प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट दी थी। 18 सौ मीटर लंबी एयर स्ट्रिप बनाने का प्रपोजल था। जमीन एयरपोर्ट के हिसाब से 5 किमी की प्रस्तावित की थी।

बजट में प्रावधान: वर्ष 2021-22 के बजट में तत्कालीन शिवराज सरकार ने टिकाड़ी में नई एयरस्ट्रिप के लिए डीपीआर तैयार करने 6.72 करोड़ का प्रावधान किया था। एजेंसी पीडब्ल्यूडी को बनाया गया था। जबकि प्रदेश के विमानन विभाग को प्रक्रिया आगे बढ़ाना था। विमानन विभाग ने अब तक प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया है। ऐसे में मामला बजट में प्रावधान तक ही सीमित होकर रह गया है।

इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप की क्षमता:

छिंदवाड़ा शहर से महज 6 किमी दूर इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर अधिकतम 6 से 8 सीटर विमान ही उतारे जा सकते हैं। बड़े विमानों के मानकों के लायक एयरस्ट्रिप नहीं है।

प्रस्तावित नई एयरस्ट्रिप:

ग्राम टिकाड़ी में नई एयरस्ट्रिप 72 सीटर विमानों के उतरने लायक बनाना प्रस्तावित किया गया था। बुधवार को आई टीम 19 सीटर से लेकर 72 सीटर और इससे अधिक एयर बस तक की संभावनाएं तलाश रही है।

Created On :   14 Nov 2024 9:31 AM IST

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