भास्कर अभियान: एनएच-43 पर शहडोल से उमरिया के बीच 73 किमी सड़क 9 साल बाद भी अधूरी
- गांव की पगडंडी से बदतर नेशनल हाइवे
- इस मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा
- रेलवे के अधिकारियों ने गुणवत्ता निरीक्षण भी कर लिया
डिजिटल डेस्क, शहडोल। शहडोल से उमरिया के बीच नेशनल हाइवे 43 की सडक़ कई स्थानों पर गांव की पगडंंडी से भी बदतर स्थिति में है। निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ होने के 9 साल बाद भी सडक़ निर्माण का कार्य पूरा नहीं होने का खामियाजा इस मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। मध्यप्रदेश रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीआरडीसी) की देखरेख में चल रहे निर्माण के दौरान बरती गई मनमानी के कारण बारिश के मौसम में कई स्थानों पर वाहन चलाना बड़ी चुनौती बन गई है। खस्ताहाल सडक़ के कारण शहडोल से कटनी जाने वाले वाहन चालकों को डेढ़ से दो घंटे अतिरिक्त समय लग रहा है।
घुनघुटी से करकेली तक वाहनों की चींटी चाल- एनएच-43 निर्माण में लेटलतीफी के कारण वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी घुनघुटी से नौरोजाबाद के बीच हो रही है। यहां कई स्थानों पर सडक़ बेहद खराब है। बिरसिंहपुर पाली से नौरोजाबाद के बीच डामरीकृत पुरानी सडक़ पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। यहां एनएच-43 की नई सडक़ बन गई है पर उसका उपयोग इसलिए नहीं हो पा रहा है क्योंकि पाली में रेलवे लाइन के उपर आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) का निर्माण नहीं हुआ है। खराब सडक़ का आलम नौरोजाबाद से आगे करकेली के बीच है।
ऐसे समझें रिकॉर्ड लेटलतीफी
- शहडोल से उमरिया के बीच चार आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) में गर्डर लॉचिंग से लेकर सडक़ कनेक्टिविटी का काम होना है पर किसी भी आरओबी में काम शुरू ही नहीं हुआ।
- शहडोल बाईपास पर रीवा रोड में एक वीयूपी (व्हीकल अंडर पास) का भी अधूरा है। यहां पर कुछ दिन काम चला, लेकिन चार माह से बंद है। सर्विस रोड में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने से वाहन निकालना मुश्किल हो गया है।
- जुलाई माह में दिल्ली में आयोजित बैठक में 9 साल से सडक़ निर्माण का मुद्दा उठा, दिसंबर तक काम पूरा करने की डेडलाइन तय की गई। जानकार बताते हैं वर्तमान में धीमी गति देखकर नहीं लगता कि तय अवधि में काम पूरा हो पाएगा।
एमपीआरडीसी का दावा
- गर्डर तैयार होने का काम 75 प्रतिशत पूरा हो गया है। कंपनी में जहां काम चल रहा है, वहां रेलवे के अधिकारियों ने गुणवत्ता निरीक्षण भी कर लिया है।
- रीवा रोड पर वीयूपी निर्माण का काम जल्द प्रारंभ होगा। इस काम को भी शीघ्र पूरा किया जाएगा। सर्विस रोड की गुणवत्ता की शिकायत मिली है, टीम भेजकर जांच भी करवा रहे हैं। कहीं भी कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा।
- नवंबर माह तक मोर्चा फाटक और पाली रेलवे फाटक पर गर्डर लॉचिंग का काम कर लिया जाएगा। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है। बारिश के कारण ठीहा बनाने में समय लग रहा है। पाली रोड के बाद पठारी फाटक पर गर्डर लॉचिंग करेंगे।
- एनएच-43 पर शहडोल से उमरिया के बीच सडक़ निर्माण का जल्द से जल्द पूरा करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं। काम में आने वाली अड़चनों को दूर कर रहे हैं।
अवधेष स्वर्णकार
डीएम एमपीआरडीसी शहडोल
Created On :   3 Sept 2024 6:35 PM IST