शीतकालीन सत्र: संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से होगा शुरू, 19 दिनों में होगी 15 बैठकें, ये विधेयक होंगे पास
- संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर 2023 से होगा शुरू
- 19 दिनों में 15 बैठकें करने की तैयारी में मोदी सरकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर 2023 से शुरू होगा और 22 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। इस बात की जानकारी केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया के जरिए दी है।
चुनाव के चलते शीतकालीन सत्र में देरी
अमूमन संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू हुआ करता था। लेकिन इस बार मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तसीगढ़ और तेलंगाना समेत मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शीतकालीन सत्र को आगे की तारीखों पर शिफ्ट किया गया है। क्योंकि, इस वक्त सभी मंत्री, सांसद और विपक्षी के दिग्गज नेता विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। बीते कुछ दिनों से संसद के शीतकालीन सत्र के तारीखों को लेकर चर्चा जारी थी। लेकिन आज केंद्र केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सदन की कार्यवाही को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया है। ऐसे में पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आने के अगले दिन शीतकालीन सत्र शुरू होगी।
जानें कितना खास है शीतकालीन सत्र
सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार इस सत्र में आईपीसी, सीआरपीसी और इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह लेने वाले भारतीय न्याय संहिता विधेयक-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता विधेयक-2023 और भारतीय साक्ष्य विधेयक 2023 सहित कई अन्य लंबित विधेयकों को पारित करने की तैयारी में जुटी हुई है।
मोदी सरकार मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित विधेयक को शीतकालीन सत्र के दौरान पारित कराने की तैयारी में है। साथ ही, अगर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर एथिक्स कमेटी की सिफारिश लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से अनुमति मिल जाती हैं, तो उनकी सदस्यता रद्द करने का प्रस्ताव भी शीतकालीन सत्र के दौरान ही लोकसभा सदन में रखा जा सकता है। बता दें कि, पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोपों के मामले में महुआ मोइत्रा लगातार मुश्किलें में घिरती जा रही हैं। ऐसे में अगर ओम बिरला एथिक्स कमेटी की सिफारिश को मंजूरी दे देते हैं तो महुआ मोइत्रा की संसद की सदस्यता रद्द हो जाएगी।
Created On :   9 Nov 2023 12:56 PM GMT