वायनाड भूस्खलन हादसा: अलर्ट करने वाले सिस्टम पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, अमित शाह ने केरल सरकार पर ही लगाया लापरवाही का आरोप
- केरल के वायनड भूस्खलन हादसे पर गरमाई सियासत
- विपक्ष ने केंद्र सरकार के मौसम अलर्ट सिस्टम पर उठाए सवाल
- अमित शाह ने केरल सरकार पर लापरवाही का लगाया आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के वायनाड में हुई लैंडस्लाइड पर चर्चा की। उन्होंने प्राकृतिक आपदा में मरने वालों लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। गृह मंत्री ने कहा कि केरल में आपदा की संभावना को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार को पहले ही अलर्ट कर दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपकों पर ज्यादातर राज्य चेतावनी पर ध्यान देते हैं। लेकिन, केरल सरकार की ओर से इन चेतावनियों पर ध्यान नहीं दिया जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायनाड में भूस्खलन हादसे में मृतकों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "इस घटना में जितने भी लोग हताहत हुए हैं और घायल हुए हैं, उन सभी के परिवारजनों के साथ मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।"
अमित शाह ने केरल सरकार पर लगाए आरोप
संबोधन में अमित शाह ने कहा कि मैं आपको यह बात साफ कर देना चाहता हूं कि भारत सरकार की ओर से कई बार प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर केरल सरकार को अलर्ट जारी किया गया था। भारत सरकार ने लगातार तीन दिन 23, 24 और 25 को चेतावनी दी थी। इसके बाद केरल सरकार को सूचित किया गया था कि वायनाड समेत आसपास के इलाकों में 20 सेमी से अधिक बारिश होने की आशंका है। इसके अलावा भूस्खलन के साथ-साथ मिट्टी गिरने से लोगों की दब कर मौत होने की भी चेतावनी दी गई थी।
गृह मंत्री ने आगे कहा, "मैं इस पर कुछ बोलना नहीं चाहता था, मगर भारत सरकार के पूर्व चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठाए गए। कई राज्यों ने पूर्व चेतावनी प्रणाली का इस्तेमाल करके नुकसानों को बिल्कुल खत्म कर दिया। ओडिशा में जब नवीन पटनायक की सरकार थी, तब पूर्व चेतावनी प्रणाली का इस्तेमाल कर साइक्लोन के समय पर जानमाल के नुकसान को कम किया गया। सिर्फ एक शख्स की मौत वो भी गलती से हुई। साथ ही गुजरात सरकार को हमने 3 दिन पहले साइक्लोन का अलर्ट भेजा, एक पशु भी नहीं मरा।"
पूर्व चेतावनी प्रणाली पर कही ये बात
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि साल 2014 के बाद भारत सरकार ने पूर्व चेतावनी प्रणाली के संबंध में 2 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जिसे हर बार साझा किया जाता है। प्राकृतिक आपदा की संभावना के संबंध में हर राज्यों को एक सप्ताह पहले से ही सूचित कर दिया जाता है। इन सभी चीजों की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है। संसद में मौजूद सभी सांसद के लिए भी जानकारी उपलब्ध है। गृह मंत्री ने कहा कि कई राज्यों ने इसका इस्तेमाल किया है। इसके मुताबिक परिणाम भी आया है। अमित शाह ने कहा, "इस पूर्व चेतावनी प्रणाली के तहत, 23 तारीख को मेरे ही आदेश से 9 एनडीआरएफ की टीमें केरल के लिए रवाना हो गई थीं कि वहां भूस्खलन हो सकता है।
Created On :   31 July 2024 6:43 PM IST