महाकुंभ 2025: 'महाकुंभ पहले ही समाप्त हो गया, यह तो सरकारी...', अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने योगी सरकार को घेरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी के प्रयागराज में 45 दिनों से चल रहा महाकुंभ मेला बुधवार को समाप्त हुआ। इस दौरान देश से लेकर दुनियाभर से करीब 66 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। इससे पहले बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व के साथ अंतिम स्नान हुआ। इसे लेकर गुरुवार को ज्योतिष मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि असली महाकुंभ तो पहले ही समाप्त हो चुका था और अभी तक जो चल रहा था वो सरकारी कुंभ था। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद इससे पहले भी महाकुंभ और इसकी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने किया बड़ा दावा
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, "महाकुंभ का समापन पूर्णिमा के साथ ही हो गया था, क्योंकि असली कुंभ माघ महीने में होता है। सारे कल्पवासी वहां से माघ महीने के पूर्णिमा को ही जा चुके थे। इसके बाद जो चल रहा है, वह सरकार की ओर से आयोजित अलग कुंभ है, जिसका पारंपरिक कुंभ जितना आध्यात्मिक महत्व नहीं है।"
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने देशभर में गोहत्या को रोकने को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, "17 मार्च को गोमाता के लिए हमने सरकार को समय दिया है कि देश में जितनी पार्टियां और सरकारें हैं वह सभी मिलकर बताएं कि आखिरकार वह क्या चाहती हैं। गोहत्या रोकना चाहती है या फिर जैसे आजादी के बाद से गोहत्याओं को जारी रखा गया है वैसे ही आगे भी जारी रखना चाहती हैं। हमने 17 मार्च को अंतिम निर्णय करने के लिए उन्हें समय दिया है। हम 17 मार्च की शाम 5 बजे तक सरकार और सभी पार्टियों (पक्ष-विपक्ष) की नीति (गौ हत्या को लेकर) का इंतजार करेंगे।"
महाकुंभ में 66.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
मालूम हो कि महाकुंभ में आने वाली भीड़ को लेकर मेला प्रशासन की ओर से आंकड़ें जारी किए गए हैं। इसके मुताबिक 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में देश विदेश से 66.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया है। महाकुंभ के अंतिम दिन सिर्फ बुधवार को शाम 8 बजे तक 1.53 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई।
Created On :   27 Feb 2025 9:20 PM IST