बीजेपी के संर्पक में सपा और आरएलडी के नेता! लोकसभा चुनाव से पहले और बढ़ेगा NDA का कुनबा

बीजेपी के संर्पक में सपा और आरएलडी के नेता! लोकसभा चुनाव से पहले और बढ़ेगा NDA का कुनबा
  • सपा और आरएलडी के नेता बीजेपी के संर्पक में!
  • अगले साल होने वाले हैं आम चुनाव
  • लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की रणनीति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। विपक्षी दलों ने जहां बीजेपी को 2024 के आम चुनाव में पटखनी देने के लिए INDIA गठबंधन तैयार किया है। वहीं, बीजेपी ने भी अपने NDA का कुनबा बढ़ाने की कोशिश की है। इस समय बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए के पास कुल 38 दलों का सहयोग है। वहीं, UPA का नाम बदलकर INDIA बनी विपक्षी दलों के साथ कुल 26 पार्टियों का सहयोग है। इस हिसाब से देखे तो एनडीए का कुनबा इंडिया एलायंस से बड़ा नजर आ रहा है। इस बीच सूत्रों से पता चला है कि बीजेपी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए हर महीने दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले लाने की कोशिश करेगी। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी चाहती है कि 2024 के चुनाव से पहले हर माह दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में लाया जाए।

उत्तर प्रदेश, जो कि बीजेपी का गढ़ माना जाता है। यहां पर भी बीजेपी की ओर से सपा में सेंधमारी जारी है। पहले पार्टी ने अपने पाले में सपा विधायक दारा सिंह चौहान किया। इसके बाद सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर और बिहार से एलजेपीआर के अध्यक्ष चिराग पासवान भी बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 24 जुलाई को सपा और आएलडी के कई नेता बीजेपी का दामन थामेंगे।

बीजेपी की रणनीति

सूत्रों से यह भी जानकारी के मिली है कि, आरएलडी नेता व पूर्व सांसद राजपाल सैनी बीजेपी से हाथ मिलने के लिए तैयार हैं। इनके अलावा पूर्व मंत्री साहब सिंह सैनी भी बीजेपी के संपर्क में हैं। ये दोनों नेता जल्द ही बीजेपी में ज्वाइन होंगे। इन दोनों बड़े नेताओं के अलावा सपा नेता जगदीश सोनकर, सपा नेता सुषमा पटेल, गुलाब सरोज और पूर्व विधायक अंसशुल वर्मा के भी बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं तेज है।

18 जुलाई को राजधानी दिल्ली में बीजेपी ने एनडीए गठबंधन की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें बीजेपी के अलावा 37 दल ने हिस्सा लिया था। इस बैठक को बीजेपी की शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था। बैठक होने से पहले यूपी के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और चिराग पासवान की लोकसभा जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए गठबंधन में शामिल हुए थे। इधर, बिहार में पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार के करीबी नेता पूर्व सांसद उपेंद्र कुशवाहा बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है। इसके अलावा बिहार में कई नेता लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के शामिल हो सकते हैं।

कौन-सा गठबंधन कितना मजबूत?

18 जुलाई को राजधानी दिल्ली में NDA ने एक बैठक हुई थी। जिसमें बीजेपी की नेतृत्व वाली NDA में शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) , राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी (पारस), लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान), आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी, पीएमके, एमजीपी, एजीपी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल, एआईआरएनसी, टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस), शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त, जनसेना, एनसीपी (अजित पवार), अपना दल (सोनेलाल), एआईएडीएमके, एनपीपी, एनडीपीपी, एसकेएम, आईएमकेएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीएफ, आरपीआई, जेजेपी, हम, रालोसपा, सुभासपा, बीडीजेएस (केरल), यूडीपी, एचएसडीपी, जन सुराज पार्टी (महाराष्ट्र) और प्रहार जनशक्ति पार्टी (महाराष्ट्र), केरल कांग्रेस (थॉमस), गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट और जनातिपथ्य राष्ट्रीय सभा शामिल हुई थी।

18 जुलाई को ही विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस शासित प्रदेश कर्नाटक की राजधानी बेगलुरु में एक बैठक बुलाई थी। जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व वाली INDIA में डीएमके, टीएमसी, जदयू, शिवसेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार), आम आदमी पार्टी, सीपीआईएम, समाजवादी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, सीपीआई, झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (M), आरजेडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, सीपीआई (ML), आरएसपी, केरल कांग्रेस, केएमडीके, अपना दल (कमेरावादी), एआईएफबी, आरएलडी, मनीथानेया मक्कल काची (MMK), एमडीएमके और वीसीके शामिल हुई थीं। विपक्षी दलों की अगली बैठक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में होगी। जहां इस गठबंधन के संयोजक के नाम का ऐलान किया जाना है।

Created On :   23 July 2023 5:35 PM IST

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