CEC पर सियासी घमासन: मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर छिड़ा बवाल, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
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- मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्त पर सियासी बवाल
- कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
- नियुक्ति को लेकर उठाए ये सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार को जमकर घेरा है। इस संबंध में सोशल मीडिया एक्स पर कांग्रेस ने पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में कांग्रेस ने मुख्य सचिव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट में चुनाव आयुक्त की नियुक्ति का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने लिख, "आधी रात का तख्तापलट कैसे मोदी-शाह ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति पर कब्जा किया।"
कांग्रेस ने एक्स पर किया ट्वीट
कांग्रेस ने पोस्ट कर कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने ये अनिवार्य किया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का चयन करने वाली समिति में प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता (LoP) और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शामिल हों, लेकिन मोदी सरकार ने एक नया कानून पारित करके CJI को हटा दिया और उनकी जगह प्रधानमंत्री के चुने हुए एक मंत्री को शामिल किया, जिससे न्यायिक निगरानी कमजोर हो गई.' मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस की तरफ से किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
कांग्रेस ने आगे पोस्ट में कहा, 'आधी रात का तख्तापलट कैसे मोदी-शाह ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति पर कब्जा किया।' कांग्रेस ने पोस्ट में लिखा, 'सुप्रीम कोर्ट ने ये अनिवार्य किया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का चयन करने वाली समिति में प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता (LoP) और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शामिल हों, लेकिन मोदी सरकार ने एक नया कानून पारित करके CJI को हटा दिया और उनकी जगह प्रधानमंत्री के चुने हुए एक मंत्री को शामिल किया, जिससे न्यायिक निगरानी कमजोर हो गई।'
मुख्य आयोग की नियुक्त पर भाजपा पर साधा निशाना
पोस्ट में कहा गया, 'इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिससे इसकी वैधता पर सवाल उठ गया. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई की तारीख 19 फरवरी तय की, जो नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती थी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्थगन की मांग की और समिति से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने का आग्रह किया, लेकिन राहुल गांधी के विरोध को मोदी और शाह ने खारिज कर दिया, जिनके पास समिति में बहुमत था।
CEC की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने कहा, 'एक चौंकाने वाले कदम में सरकार ने 17 फरवरी की आधी रात को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से महज 2 दिन पहले ज्ञानेश कुमार को नए CEC के रूप में घोषित कर दिया।' कांग्रेस ने कहा, 'ज्ञानेश कुमार जिन्हें अमित शाह का दाहिना हाथ माना जाता है को 2024 के चुनावों की निगरानी के लिए चुना गया जिससे बीजेपी की चुनावी प्रक्रिया पर पकड़ और मजबूत हो गई। सुप्रीम कोर्ट को दरकिनार करने से लेकर आधी रात की नियुक्ति तक मोदी और शाह ने दिनदहाड़े सबसे बड़े चुनावी तख्तापलट को अंजाम दिया।'
पोस्ट में कहा गया, 'इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिससे इसकी वैधता पर सवाल उठ गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई की तारीख 19 फरवरी तय की, जो नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती थी। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्थगन की मांग की और समिति से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने का आग्रह किया, लेकिन राहुल गांधी के विरोध को मोदी और शाह ने खारिज कर दिया, जिनके पास समिति में बहुमत था।'
Created On :   18 Feb 2025 11:41 PM IST