विधानसभा चुनाव 2023: शिवराज सिंह चौहान के किस काम से खुश थे पीएम मोदी, देना चाहते थे ये बड़ी जिम्मेदारी, जानिए कहां फंसा पेंच, फिर नहीं बनाए गए सीएम फेस!
- एमपी में 17 नवंबर को विस चुनाव
- 3 दिसंबर को आएंगे नतीजे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान को अगला सीएम फेस डिक्लेयर न करने के पीछे क्या कोई पुरानी नाराजगी है। मध्य प्रदेश की सियासत चरम पर है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले महीने के 17 तारीख को तय है। जबकि इसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले कांग्रेस-बीजेपी धुआंधार चुनावी रैलियों को संबोधित कर नतीजे अपने पक्ष में लाने का प्रयास में लगी हुई हैं। मौजूदा समय में एमपी की सत्ता भारतीय जनता पार्टी के हाथ में है और 18 सालों से सीएम की कुर्सी पर पार्टी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह विराजमान हैं। लेकिन इस बार का चुनाव बीजेपी के लिए काफी अलग बताया जा रहा है। भाजपा इस बार चुनावी रैलियों में ये बात कहने से कतरा रही है कि एक बार फिर से शिवराज के नेतृत्व में ही भाजपा सरकार बनाएगी। जिसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश की राजनीति से जुड़ी किताब राजनीतिनामा में पीएम नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान की मुलाकात से जुड़ा एक प्रसंग मिलता है। शिवराज की तारीफ से शुरू हुई ये मुलाकात नाराजगी पर खत्म हुई बताई जाती है। तो, क्या वही पुरानी घटना अब शिवराज और सीएम की कुर्सी के बीच आ खड़ी हुई है।
शिवराज सिंह चौहान को लेकर किताब में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब एक दशक पहले ही उन्हें दिल्ली आने का न्योता दे दिया था लेकिन बात नहीं बन पाई थी। अब एक बार फिर भाजपा द्वारा सीएम फेस को लेकर एलान न किए जाने पर सियासी गलियारों में इसकी चर्चाएं होने लगी हैं। तो आइए जानते हैं कि आखिर पीएम मोदी ने शिवराज को दिल्ली में क्या ऑफर दिया था।
शिवराज को लेकर किताब में दावा
सीएम चौहान को लेकर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविधालय के पूर्व कुलपति दीपक तिवारी अपनी किताब 'राजनीतिनामा मध्य प्रदेश (2003-2018) भाजपा युग' में लिखते हैं कि, साल 2014 के अक्टूबर महीने में पीएम नरेंद्र मोदी इंदौर के दौरे पर आए थे। उस समय इंदौर में एक प्रभावशाली इन्वेस्टर समिट का आयोजिन किया गया था। जिसमें देश के बड़ी-बड़ी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने शिरकत की थी। इनमें टाटा, अंबानी, रुईया, गोदरेज, अडानी और बियाणी जैसे उद्योगपतियों ने भाग लिया था। शिवराज सरकार ने इस आयोजन को बड़ी खूबसूरती से आयोजित किया था। जिसे देख पीएम मोदी बहुत ही खुश हुए थे और जमकर शिवराज की तारीफ की थी। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने पर पहली बार एमपी के दौरे पर आए थे।
पीएम मोदी ने शिवराज को केंद्र में दिया था ये ऑफर
दीपक तिवारी किताब में आगे लिखते हैं कि, इसी बात से पीएम खुश होकर शिवराज को दिल्ली बुलाया, जिस पर चौहान दिल्ली भी पहुंचे। किताब में ये भी दावा किया गया है कि पीएम मोदी अपने कैबिनेट में भाजपा शासित राज्य के उन सभी वरिष्ठ नेताओं को रखना चाहते थे जो काफी ताकतवर थे। उसी का ख्याल रखते हुए उन्होंने शिवराज के सामने अपनी बात रखी और केंद्र में उन्हें कृषि मंत्री बनाने की बात कही। जिस पर शिवराज ने वहां तो कुछ नहीं कहा लेकिन राजधानी भोपाल आकर अपने मंत्रियों से ये बात कहलवाने लगे कि, चौहान एमपी के लिए ठीक काम कर रहे हैं उन्हें दिल्ली न जाकर प्रदेश की सेवा ही करनी चाहिए।
चौहान से शाह थे खफा
पीएम मोदा द्वारा दिए गए ऑफर धीरे-धीरे मीडिया में फैलती गई जिस पर कई लेख छपे, ये देख अमित शाह शिवराज सिंह चौहान से खफा भी हुए थे लेकिन बाद में सभी सामान्य हो गया।
Created On :   30 Oct 2023 1:44 PM IST