एकता दिवस: पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को बताया राष्ट्रीयता के संचार का पर्व

पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को बताया राष्ट्रीयता के संचार का पर्व
  • पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की
  • एकता की ली शपथ
  • चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है, भारत में इस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाते है। एकता दिवस के रूप में इस दिन की शुरूआत 2014 से हुई थी। एकता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंचे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकता नगर से विशेष हेरिटेज ट्रेन, ई-बसों और ई-साइकिलों को हरी झंडी दिखाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के एकता नगर में स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की, और पीएम मोदी ने एकता की शपथ ली। कार्यक्रम में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के दौरान चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया गया।

सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आने वाले 25 साल भारत के लिए इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण 25 साल हैं। इन 25 वर्षों में हमें समृद्ध बनना है, विकसित बनना है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "आप सभी युवाओं का जांबाजों का ये उत्साह राष्ट्रीय एकता दिवस की बहुत बड़ी ताकत है। एक तरह से मेरे सामने लघु भारत का स्वरूप दिख रहा है। राज्य अलग है, भाषा अलग है, परंपरा अलग है, लेकिन यहां मौजूद हर व्यक्ति एकता की मजबूत डोर से जुड़ा हुआ है।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव का, 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है, उसी तरह 31 अक्टूबर का ये दिन देश के कोने-कोने में राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है।

एकता दिवस के मौके पर एकता नगर में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में सीआरपीएफ की महिला बाइकर्स ने अद्भुत प्रदर्शन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं। भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को हटा दिया है। गुलामी के दौर में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को भी हटाया जा रहा है। IPC की जगह भी भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है। इंडिया गेट पर जहां कभी विदेशी सत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा थी, वहां अब नेताजी सुभाष की प्रतिमा हमें प्रेरणा दे रही है।"

आज दुनिया भारत की सराहना कर रही है। हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर गर्व है। हमें गर्व है कि जब दुनिया युद्ध और अन्य संकटों का सामना कर रही है, तब भी हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। हमें गर्व है कि हम जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने वाले हैं।

सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "पूरा देश 2014 से इस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाता है। आजादी के बाद अंग्रेज इस देश को खंड-खंड होने के लिए छोड़ कर गए थे, उस वक्त 550 से ज्यादा रियासतों को कुछ ही दिनों में एकता के धागे में पिरो कर भारत माता का मानचित्र बनाने का काम हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया।

Created On :   31 Oct 2023 10:59 AM IST

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