लखीमपुर खीरी मामले पर गर्माई सियासत के बीच उमा ने उछाला इमरजेंसी और सिख दंगों का मुद्दा
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। लीखमपुर खीरी पर उत्तरप्रदेश में बवाल अब भी जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सुबह सुबह ही एक वीडियो रिलीज कर घटना से जुड़े कुछ और दावे किए हैं। जिसके बाद से कांग्रेस के तेवर और तीखे हो गए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं प्रियंका गांधी ने ये सवाल भी उठाया है कि दोषी को गिरफ्तार करने जगह उन्हें 28 से ज्यादा घंटों से नजरबंद रखा गया है। इस पूरे मसले पर यूपी की सियासत गर्माई हुई है और अब इसमें बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती की एंट्री हो गई है।
1) उत्तरप्रदेश की प्रभारी एवं @INCIndia की महासचिव श्रीमती वाड्रा एवं अन्य कोंग्रेस के नेताओ को जिन मुद्दों पर बोलने का अधिकार नही हैं उन पर ना बोले ।@priyankagandhi
— Uma Bharti (@umasribharti) October 5, 2021
कांग्रेस का प्रजातंत्र, उमा के सवाल
उमा भारती ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। जिसमेंउमा ने लिखा कि देश में इमरजेंसी लगाने वाली पार्टी अपने मुंह से लोकतंत्र की बात न करे तो ही बेहतर है। इस ट्वीट के जरिए उमा ने 1984 के सिख दंगों की भी याद ताजा करने की कोशिश की है।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 5, 2021
4) 1984 के दंगो में @INCIndia के नेताओ एवं कार्यकर्ताओं ने ही 10000 सिखों को ज़िन्दा भूना था , कोंग्रेस के मुँह से अहिंसा शब्द शोभा नही देता ।
विपक्ष हुआ हमलावर
लखीमपुर वाली घटना पर न सिर्फ कांग्रेस बल्कि अन्य पार्टियो के तेवर भी तीखे होते जा रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी इस घटना पर आक्रमक हैं। मायावती की पार्टी सक्रिय रूप से नजर नहीं आई पर खुद बसपा सुप्रीमो ने घटना पर नाराजगी जाहिर की।
Created On :   5 Oct 2021 12:46 PM IST