सरकार ने 13 नए जिलों के निर्माण को दी मंजूरी, अब प्रदेश में होंगे कुल 26 जिले

The government has approved the creation of 13 new districts, now there will be a total of 26 districts in the state
सरकार ने 13 नए जिलों के निर्माण को दी मंजूरी, अब प्रदेश में होंगे कुल 26 जिले
आंध्र प्रदेश सरकार ने 13 नए जिलों के निर्माण को दी मंजूरी, अब प्रदेश में होंगे कुल 26 जिले

डिजिटल डेस्क, अमरावती। आंध्र प्रदेश ने बुधवार को 13 नए जिले बनाने की घोषणा के साथ 73वां गणतंत्र दिवस मनाया। अप्रैल में तेलुगु नए साल तक सभी परिक्रियाएं पूरी की जानी हैं। 13 नए जिलों के बनने के बाद प्रदेश में कुल 26 जिले हो जाएंगे, जिसके बारे में अधिसूचना बुधवार को जारी की गई है।

यहां आईजीएमसी स्टेडियम परिसर में गणतंत्र दिवस समारोह में अपने भाषण में, राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने घोषणा की कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में सुशासन और सेवा के कुशल वितरण को सुनिश्चित करने के लिए किए गए वादे को पूरा करने के लिए नए जिलों का गठन किया जा रहा है।

आंध्र प्रदेश की ओर से तेलंगाना के नक्शेकदम पर चलते हुए यह कदम उठाया गया है, जिसने 2016 में 23 नए जिलों का निर्माण किया था और इसके कुछ साल बाद इसे संयुक्त आंध्र प्रदेश से अलग कर दिया गया था। राज्य मंत्रिमंडल द्वारा मंगलवार रात एक आभासी (वर्चुअल) बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद गजट अधिसूचना जारी की गई। सरकार ने 30 दिनों के भीतर प्रस्ताव पर सुझाव व आपत्ति मांगी है। मुख्य सचिव समीर शर्मा द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सभी आपत्तियों और सुझावों को उस कलेक्टर को संबोधित किया जाना चाहिए, जिसके अधिकार क्षेत्र में क्षेत्र आता है।

मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने 2019 के चुनावों के दौरान वादा किया था कि राज्य के हर संसदीय क्षेत्र को एक जिले में बदल दिया जाएगा। राज्य में 25 लोकसभा क्षेत्र हैं। राज्य सरकार ने नए जिलों को बनाने के लिए मौजूदा 13 जिलों को विभाजित किया और उनके नामों को भी अंतिम रूप दिया है। विशाखापत्तनम में अराकू लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है, जिसे दो जिलों में विभाजित किया जाएगा। नए जिलों के नाम मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोना सीमा, एलुरु, एनटीआर, बापटिया, पलनाडु, नंदयाल, श्री सत्यसाई, अन्नामय्या, श्री बालाजी हैं।

उत्तर तटीय आंध्र क्षेत्र में श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों को मुख्यालय के रूप में पार्वतीपुरम के साथ मान्यम जिला बनाने के लिए पुनर्गठित किया जाएगा। मौजूदा विशाखापत्तनम और पूर्वी गोदावरी जिलों के कुछ हिस्सों को मिलाकर अल्लूरी सीताराम राजू जिला बनाया जाएगा। जिले का नाम क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू के नाम पर रखा गया है। अनाकापल्ली जिले को विशाखापत्तनम जिले से अलग किया जाएगा।

मौजूदा पूर्वी गोदावरी जिले से काकीनाडा और कोना सीमा जिले भी बनाए जाएंगे। प्रस्तावित एलुरु जिले में पश्चिम गोदावरी और कृष्णा जिलों के कुछ हिस्से शामिल होंगे। एनटीआर जिले को कृष्णा से अलग किया जाएगा, जिसका मुख्यालय विजयवाड़ा होगा। इसका नाम एन. टी. रामा राव - महान अभिनेता और अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्होंने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की स्थापना की थी - के नाम पर होगा।

मौजूदा गुंटूर और प्रकाशम के कुछ हिस्सों को मिलाकर बापटला जिला बनाया जाएगा, जबकि पलनाडु जिले को गुंटूर से अलग किया जाएगा। प्रकाशम जिले के कुछ मंडल अब मौजूदा एसपीएस नेल्लोर जिले का हिस्सा बन जाएंगे।

मौजूदा कुरनूल जिले को विभाजित करके कुरनूल और नांदयाल जिले बनाए जाएंगे। श्री सत्य साईं जिले को अनंतपुर से अलग कर पुट्टपर्थी का मुख्यालय बनाया जाएगा। नए जिले का नाम आध्यात्मिक नेता सत्य साईं बाबू के नाम पर रखा गया है, जिनका 2011 में 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया था और पुट्टपर्थी में उनकी समाधि है।

मौजूदा चित्तूर और कडप्पा जिलों के कुछ मंडलों को मिलाकर नया जिला अन्नामय्या बनाया जाएगा, जिसका नाम 15वीं शताब्दी के संत कवि तल्लापका अन्नामचार्य के नाम पर रखा गया है। एसपीएस नेल्लोर और चित्तूर जिलों के कुछ हिस्सों को मिलाकर श्री बालाजी जिला बनाया जाएगा। नए जिले में जिला मुख्यालय के रूप में मंदिर शहर तिरुपति होगा और इसका नाम प्रसिद्ध बालाजी मंदिर के देवता के नाम पर रखा गया है।

(आईएएनएस)

Created On :   26 Jan 2022 4:00 PM IST

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