सीतारमण और जयशंकर ने रूस से तेल खरीदने की भारत की नीति का बचाव किया

Sitharaman and Jaishankar defend Indias policy of buying oil from Russia
सीतारमण और जयशंकर ने रूस से तेल खरीदने की भारत की नीति का बचाव किया
यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद मॉस्को पर लगाए गए प्रतिबंध सीतारमण और जयशंकर ने रूस से तेल खरीदने की भारत की नीति का बचाव किया
हाईलाइट
  • अगर आपूर्ति छूट पर उपलब्ध है
  • तो मुझे इसे क्यों नहीं खरीदना चाहिए?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को भारत की ओर से किए जाने वाले सस्ते रूसी तेल की खरीद का बचाव किया।मंत्रियों का रूस से सस्ता तेल खरीदने की नीति का बचाव ऐसे समय पर सामने आया है, जब यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद मॉस्को पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।

मुंबई में एक कार्यक्रम में, सीतारमण ने कहा, हमने रूसी तेल खरीदना शुरू कर दिया है और कम से कम 3 से 4 दिनों की आपूर्ति खरीदी है। मैं अपनी ऊर्जा सुरक्षा और अपने देश के हित को सबसे पहले रखूंगी। अगर आपूर्ति छूट पर उपलब्ध है, तो मुझे इसे क्यों नहीं खरीदना चाहिए?

इस बीच, जयशंकर ने कहा कि यूरोप ने रूस से एक महीने पहले की तुलना में 15 फीसदी अधिक तेल और गैस खरीदा है।मंत्री ने यह बयान ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस की मौजूदगी में दिया।जयशंकर ने कहा, मुझे लगता है कि देशों के लिए बाजार में जाना और यह देखना स्वाभाविक है कि उनके लोगों के लिए क्या अच्छे सौदे हैं।

उन्होंने कहा, अगर हम दो या तीन महीने तक प्रतीक्षा करें और वास्तव में देखें कि रूसी गैस और तेल के बड़े खरीदार कौन हैं, तो मुझे संदेह है कि सूची पहले की तुलना में बहुत अलग नहीं होगी।जयशंकर को जवाब देते हुए ट्रस ने कहा कि ब्रिटेन रूस से रियायती तेल खरीदने के भारत के फैसले का सम्मान करता हैउन्होंने कहा, भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और मैं भारत को यह बताने नहीं जा रही हूं कि उसे क्या करना है।

ट्रस और जयशंकर के बयान अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह की ओर से चेतावनी दिए जाने के बाद सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका रूस से भारत के आयात में तेजी नहीं देखना चाहेगा।

 

(आईएएनएस)

Created On :   1 April 2022 5:30 PM GMT

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