विशेष राज्य दर्जे की मांग पर राजद और जदयू आमने-सामने
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे को लेकर जमकर राजनीति बयानबाजी हो रही है, जिससे राज्य की सियासत गर्म है। इस मुद्दे को लेकर राज्य के दो प्रमुख दल राजद और जनता दल युनाइटेड अब आमने-सामने नजर आ रहे हैं।
दोनों दल इन दिनों बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जोरशोर से उठा रहे हैं, लेकिन एक दूसरे पर आरोप लगाने से भी नहीं चूक रहे हैं। राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जहां इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने में जुटे हैं वही जदयू राजद को आड़े हाथ ले रही है।
लालू प्रसाद ने शुक्रवार को ही इस मुद्दे को फिर से हवा देते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहते थे कि जो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देगा, उसके साथ जाएंगे, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला और वे भाजपा के साथ हो लिए। इधर, जदयू के विशेष राज्य का दर्जे की मांग को उठाने पर तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि आखिर नीतीश कुमार किससे विशेष राज्य का दर्जा की मांग कर रहे है। सरकार उनकी है। डबल इंजन की सरकार है। जदयू को बिहार को विशेष दर्जे से कोई मतलब नहीं है और यह पार्टी केवल अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस मसले का इस्तेमाल कर रही है।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मामले पर जदयू ने अब राजद को सीधे-सीधे घेरा है। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और बिहार के पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए राजद ने क्या कभी राजनीतिक अभियान चलाया है? तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद ने बिहार के बंटवारे के संदर्भ में कहा था कि बिहार का बंटवारा मेरी लाश पर होगा।
बंटवारे के बाद उन्होंने अपने को किंग मेकर कहकर प्रचारित करवाया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद केंद्र में मंत्री बने लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, इस दिशा में कोई पहल नहीं की। वह विशेष राज्य का दर्जा को ले सामथ्र्यहीन रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य हित में लगातार मुखर रहे जबकि सरकार में लालू प्रसाद किंग मेकर लालू प्रसाद खामोश रहे।
(आईएएनएस)
Created On :   5 Feb 2022 2:00 PM GMT