राहुल गांधी की निगम चुनाव पर प्रदेश कांग्रेस नेताओं के साथ हुई बैठक, कार्यकर्ता तय करेंगे उम्मीदवार
- कार्यकर्ताओं की सहमति और पसंद के बाद ही उम्मीदवार का चयन हो।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पांच विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही दिल्ली में नगर निगम चुनाव की तैयारियों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस की नेताओं के साथ बैठक हुई, बैठक में चुनाव में किस तरह कांग्रेस पार्टी मजबूती से अपना प्रदर्शन व जनता के बीच किन मुद्दों के साथ उतरना है इसको लेकर चर्चा हुई।
बैठक में राहुल गांधी के अलावा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी, कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल, अजय माकन, अरविंद सिंह लवली, देवेंद्र यादव, सुभाष चोपड़ा, जय प्रकाश अग्रवाल, हारून यूसुफ, उदित राज, राजेश लिलोठिया, जय किशन, अभिषेक दत्त, अली महंदी और मुदित अग्रवाल भी शामिल रहे।
जानकरी के अनुसार, बैठक में राहुल गांधी ने जोर देकर कांग्रेस नेताओं को कहा है कि, सबको मिलकर एक साथ काम करना है और चुनाव करना है। पार्टी नहीं बल्कि कार्यकर्ता उम्मीदवार तय करेगा। वार्ड स्तर पर कार्यकतार्ओं की बैठक हो और कार्यकर्ताओं की सहमति और पसंद के बाद ही उम्मीदवार का चयन हो।
इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस जनता के बीच, कोविड महामारी के दौरान दिल्ली में बनी स्थिति, भ्रष्टाचार, महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर उतरेगी, वहीं कांग्रेस दूसरी पार्टियों की खामियों को गिनाने के लिए पोल खोल यात्रा की तर्ज पर वार्ड स्तर पर बैठकें करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी के अनुसार, दिल्ली के 272 वाडरें पर 1200 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता टिकट मांगने की लाईन में हैं। आज से हम निगम चुनावों की तैयारियों के कांग्रेस समर्थन और डिजीटल सदस्यता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता सम्मेलनों की बैठक करना शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि, इसके अलावा राहुल गांधी के आदेश पर दिल्ली कांग्रेस ने डिजिटल सदस्यता अभियान पर तकनीकि चुनौतियों के बावजूद आगे बढ़कर पूरी ईमानदारी से काम कर रही है और हमने 1.5 लाख डिजीटल सदस्य बना चुके है जबकि 11000 से अधिक एन्रोलर बन चुके है।
हमारे पास डिजीटल सदस्य बनाने के लिए, ट्रेनिंग के लिए सक्षम टीम है, हम विस्तृत रुप से आगे बढ़कर लोगों को जोड़ रहे है। दिल्ली कांग्रेस के पास 10 लाख डिजिटल सदस्य निश्चित बनेंगे क्योंकि हमारे पास 10 लाख डिजिटल सदस्यों की फीस जमा हो चुकी है।
दिल्ली में लगभग 13000 पोलिंग बूथ है, दिल्ली कांग्रेस सभी बूथों पर एन्रोलर बनाकर प्रत्येक बूथ पर अधिक से अधिक डिजिटल सदस्य बनाऐंगे। डिजीटल सदस्यों को पहचान आई.डी. दी जाएगी, कांग्रेस की वेबसाईट पर वास्तविक कांग्रेस डिजिटल सदस्यों का पूरा डाटा उपलब्ध कराया जाएगा।
दरअसल दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर बीजेपी का कब्जा है, लगातार तीसरी निगम चुनाव भाजपा ने जीतें हैं, लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सत्ता में आने की लगातार कोशिश कर रही हैं। वहीं अप्रैल महीने में दिल्ली के तीनों निगमों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
दिल्ली के 70 विधानसभाओं में से 2 विधानसभाओं को छोड़कर 68 विधानसभा के वोट डलते हैं. जिन दो विधानसभाओं को दिल्ली नगर निगम में शामिल नहीं किया गया है उनमें नई दिल्ली विधानसभा और दिल्ली कैंट विधानसभा है। इसलिए नगर निगम चुनाव भी लगभग पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तरह कराने पड़ते हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   5 March 2022 4:30 PM IST