पटना का ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज बेहतरीन अस्पतालों में से एक होगा
डिजिटल डेस्क, पटना। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव शनिवार को पटना के बिहटा स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया और कहा कि बिहटा का यह अस्पताल बिहार ही नहीं देश के अत्याधुनिक और सर्वोत्कृष्ट अस्पतालों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में सिर्फ हमारे मेहनतकश श्रमिक ही नहीं बल्कि मनेर, बिहटा, दानापुर सहित पटना, शाहाबाद और मगध क्षेत्र के लोगों का भी इलाज हो सकेगा। उन्होनें कहा कि केंद्र सरकार ने ईएसआइसी के तहत बिहार के पटना जिले में स्थित बिहटा के अलावा राजस्थान के अलवर में बड़ा मेडिकल कालेज, अस्पताल खोलने का फैसला किया जो धरातल पर उतरने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही दोनों मेडिकल कालेजों का उद्घाटन करेंगे। दोनों जगह इसी सत्र से मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। पटना जिले के बिहटा प्रखंड के सिकंदरपुर में बने ईएसआइसी अस्पताल में पूरे देश के लोग इलाज कराने आएंगे। ईएसआईसी अस्पताल में भूपेंद्र यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जयसवाल, बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर आरटीपीसीआर जांच सेवा की शुरूआत की। इस अवसर पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद भी मौजूद रहे।
यादव ने ओपीडी, आरटी- पीसीआर जांच प्रयोगशाला, ब्लड बैंक, सेंट्रल लैब और लाइब्रेरी का भी निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने कुछ वाडरें की व्यवस्था को भी देखा। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने निरीक्षण के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ई-श्रम पोर्टल पर पिछले 6 महीनों में लगभग 15 करोड़ से ऊपर असंगठित कामगार लोगों का पंजीकरण कराया जा चुका है, जिसके तहत दो लाख रुपये का बीमा भी प्रदान किया जा रहा है।
मजदूरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ईएसआईसी के पांच अस्पतालों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मजदूरों के लिए वर्ष में एक बार स्वास्थ्य जांच की योजना चलाई जा रही है, जिसके सफल होने पर इस योजना को भविष्य में सम्पूर्ण देश में लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ईएसआईसी अस्पताल बिहारवासियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। मोदी सरकार श्रमिकों की सामाजिक आर्थिक बेहतरी के लिए और उनके जीवन को खुशहाल बनाने के लिए वचनबद्ध है। बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहारवासियों को नरेंद्र मोदी की सरकार ने बड़ी सौगात दी है। यह अस्पताल में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का फैसला बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि है।
इससे बिहार स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर बन सकेगा। अस्पताल की डीन डॉ. शौम्या चक्रवर्ती ने बताया कि वर्ष 2009 में ईएसआईसी की ओर से बिहटा में 650 करोड़ की लागत से 330 बेड के अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया गया था। इसके लिए बिहार सरकार ने 27 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी थी। केंद्र और राज्य पहले चरण में 100 बेडों को शुरू किया था और अभी 330 बेडों की सेवा उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में यह अस्पताल डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में नामित था। फिलहाल यह एक अस्पताल के रूप में कार्यरत है।
(आईएएनएस)
Created On :   29 Jan 2022 4:31 PM IST