गहलोत बचे समर्थक निपटे! दस दिन के भीतर गहलोत समर्थित तीन विधायकों को देना होगा कारण बताओ नोटिस का जवाब, अनुशासनात्मक कमेटी ले सकती है बड़ा एक्शन
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। राजस्थान सीएम अशोक गहलोत को अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे की अनुशंसा रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस आलाकमान की ओर से क्लीनचिट मिल गई हैं। वहीं गहलोत समर्थित तीन विधायकों को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस थमाते हुए दस तीन के भीतर जवाब मांगा है।
वहीं पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पर्यवेक्षकों की लिखित रिपोर्ट को कार्रवाई के लिए अनुशासनात्मक कमेटी को भेज दी है। कमेटी गहलोत और उनके समर्थित विधायकों पर एक्शन लेगी, जिनकी वजह से पार्टी के भीतर उत्पाद मचा और जिन्होंने पार्टी हाईकमान को नजर अंदाज करते हुए शीर्ष नेतृत्व के समानांतर बैठकें की।
राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान एक्शन मूड में आ गया है। खबरों के मुताबिक, कांग्रेस ने महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़, शांति धारीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि अब इन नेताओं पर गाज गिरनी तय है। खबर ये भी है कि अशोक गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। बताया ये भी जा रहा है कि आलाकमान के कहने पर वह जल्द नामांकन कर सकते हैं।
राजस्थान में सियासी बवाल के लिए कांग्रेस ने अशोक गहलोत को दी क्लीनचिट। क्लीनचिट मिलने के बाद गहलोत लड़ सकेंगे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में अशोक गहलोत को क्लीनचिट मिलने की खबर। गहलोत की जगह प्रताप सिंह खाचरियावास, शांति सिंह धारीवाल पर होगी कार्रवाई।
कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधूसूदन मिस्त्री ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक पवन बंसल और शशि थरूर ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन फॉर्म लिया है।
राजस्थान सियासत में जारी खींचतान के बीच आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि सोनिया और कमलनाथ की मुलाकात गहलोत के अध्यक्ष पद से बाहर होने की खबर को लेकर हुई। हालांकि कमलनाथ ने इन खबरों का खंडन किया है। आगे उन्होंने कहा कि उनका कांग्रेस अध्यक्ष पद में कोई रूचि नहीं है। साथ ही कमलनाथ ने बताया कि वह सोनिया गांधी को नवरात्रि की शुभकामनाएं देने आए थे।
— ANI (@ANI) September 26, 2022
राजस्थान में सियासी संकट के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दिल्ली पहुंचे। यहां पर उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की। अनुमान लगाया जा रहा था कि अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने की खबरों के बीच कमलनाथ किसी खास मकसद से सोनिया से मिले होंगे। लेकिन मुलाकात के बाद कमलनाथ ने अपने बयान से सभी अनुमानों को धता बता दिया। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें कांग्रेस के अध्यक्ष पद में कोई रुचि नहीं है। साथ ही कमलनाथ ने यह भी कहा कि वह वह यहां पर सोनिया गांधी को नवरात्रि की शुभकामनाएं देने आए थे।
मुख्यमंत्री कुर्सी को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान जारी है। राजस्थान के इस पूरे सियासी बवाल को लेकर सोशल मीडिया में राजनीति के माहिर जादूगर अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है । गहलोत समर्थक विधायकों की कल की मीटिंग में गैरमौजूदगी को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने नाराजगी जाहिर की है। इस पर सूत्रों से संकेत मिल रहे है कि सोनिया गांधी ने वेणुगोपाल के जरिए गहलोत से स्पष्टीकरण मांगा है।
राजस्थान कांग्रेस में चल रही खींचतान को लेकर बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर वार किया है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा है कि राहुल पहले सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट को जोड़ ले। कांग्रेस के तीनों नेताओं की एक तस्वीर साझा करते हुए यादव ने ट्विट किया है। अपनी ट्विट पोस्ट में यादव ने लिखा है कि कृपया पहले इन्हें जोड़ें। बीजेपी नेता ने राहुल गांधी को इंटरनल विद्रोह हल करने की सलाह भी दी।
वहीं जोधपुर से लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्विट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। शेखावत ने अपने ट्विट पोस्ट में लिखा है कि बाड़ेबंदी की सरकार.. एक बार फिर बाड़े में जाने को तैयार
बाड़ेबंदी की सरकार ..
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 25, 2022
एक बार फिर बाड़े में जाने को तैयार!!#Rajasthan#RajasthanPoliticalCrisis
Created On :   26 Sept 2022 3:01 AM GMT