मुनुगोड़े उपचुनाव में मनी ट्रांसफर को लेकर भाजपा उम्मीदवार को नोटिस

Notice to BJP candidate regarding money transfer in Munugode bypoll in Telangana
मुनुगोड़े उपचुनाव में मनी ट्रांसफर को लेकर भाजपा उम्मीदवार को नोटिस
तेलंगाना मुनुगोड़े उपचुनाव में मनी ट्रांसफर को लेकर भाजपा उम्मीदवार को नोटिस

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। चुनाव आयोग ने रविवार को तेलंगाना में मुनुगोड़े विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के. राजगोपाल रेड्डी को नोटिस जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी परिवार की कंपनी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए 23 व्यक्तियों/कंपनियों को 5.24 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए।

आयोग ने उन्हें सोमवार को शाम 4 बजे तक नोटिस का जवाब देने का निर्देश दिया है।

चुनाव आयोग ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के महासचिव सोमा भरत कुमार की शिकायत के बाद नोटिस जारी किया, जिन्होंने आरोप लगाया था कि 14 अक्टूबर को राजगोपाल रेड्डी के परिवार के स्वामित्व वाली सुशी इंफ्रा एंड माइनिंग लिमिटेड के भारतीय स्टेट बैंक खाते से 5.24 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए गए थे। मुनुगोड़े निर्वाचन क्षेत्र में 28 एवं 29 से 23 विभिन्न व्यक्तियों/कंपनियों द्वारा इन अंतरिती खातों से नकद आहरण कर मतदाता प्रलोभन के लिए इस निधि का उपयोग करने के उद्देश्य से।

नोटिस में कहा गया है, इस बीच, एक हस्तांतरणकर्ता के रूप में यदि आपके द्वारा या आपके निर्देश के तहत परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा कथित रूप से किया जाता है, तो यह सुनिश्चित करना आप पर कर्तव्य है कि विभिन्न 23 बैंक खातों में हस्तांतरित इस फंड का उपयोग मतदाता को प्रलोभन देने के लिए नहीं किया जाता है, जैसा कि कथित तौर पर कहा गया है, और यह एक भ्रष्ट आचरण है।

चुनाव आयोग ने मतदाताओं को रिश्वत देने जैसे चुनाव कानून के तहत भ्रष्ट आचरण और अपराधों से बचने के लिए आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के प्रावधान पर उनका ध्यान आकर्षित किया।

3 नवंबर को होने वाला उपचुनाव राजगोपाल रेड्डी के इस्तीफे के कारण जरूरी है, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।

चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री जी. जगदीश रेड्डी की निंदा की थी और उन्हें 48 घंटे के लिए उपचुनाव के संबंध में कोई सार्वजनिक सभा या रैली करने या मीडिया में कोई सार्वजनिक बयान देने से रोक दिया था।

चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के कारण मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कहा कि अगर लोग टीआरएस उम्मीदवार को वोट नहीं देते हैं, तो सभी कल्याणकारी योजनाओं को रोक दिया जाएगा।

चुनाव आयोग को मंत्री के भाषण के बारे में भाजपा नेता के. दिलीप कुमार से शिकायत मिली थी और कहा था कि मंत्री द्वारा दिए गए भाषण का स्वर मतदाताओं को डराने की प्रकृति का था।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   31 Oct 2022 1:00 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story