मुस्लिम समाज से कोई राजनीतिक रिश्ता नहीं, वो हमें वोट नहीं देंगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव कार्यक्रम के दौरान कहा कि उन्हें चुनाव में मुस्लिम समाज का वोट नहीं चाहिए। अपने तीखे अंदाज में बयान देने वाले सीएम सरमा ने क्या आखिरकार ये तय कर लिया है कि उन्हें मुस्लिम समाज के वोट नहीं चाहिए। लेकिन उनका ये मतलब नहीं है कि अपने कार्यकाल में वह उनके लिए काम नहीं करेंगे। सीएम ने कहा कि अपने कार्यकाल में वे सहयोगी और दोस्त बनकर रहेंगे औऱ विकास कार्य भी करेंगे। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सीएम सरमा ने असम,एनआरसी,मुस्लिम ध्रुवीकरण,बीफ जैसे संवेदनशील मुद्दों पर ओपनली जवाब दिया। सीएम ने कहा कि सभी वर्गो के लिए विकास कार्य हो रहे है। लेकिन चर्चा हमेशा अतिक्रमण हटाओ अभियान की होती है।
इंडिया टुडे के इंटरव्यू में सीएम ने अपनी बात को समझाते हुए बताया कि इससे पहले वो मेरे प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दें, क्यों न मैं ही उन्हें ठुकरा दूं। इसका ये मतलब नहीं है कि मैं उनके लिए काम नहीं करूंगा। वे हमारे दोस्त बनेंगे , मैं उनका दोस्त बनूंगा, पांच साल हम दोस्त बनकर रहेंगे।
सीएम सरमा ने कहा कि हमने साढ़े चार लाख पीएम आवास मुस्लिम भाइयों को दिए जा रहे है। हम अपने मुस्लिम मित्रों के साथ संवाद कर रहे है उनकी बेहतरी के लिए।
Created On :   9 Oct 2021 11:41 AM GMT