मुनूगोड़े के लोगों ने बरकरार रखा तेलंगाना का स्वाभिमान : केटीआर
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डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने मुनूगोड़े विधानसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी की जीत के बाद कहा कि, मुनूगोड़े की जनता ने तेलंगाना के स्वाभिमान को कायम रखा है और विकास को जनादेश दिया है।
उन्होंने कहा कि मुनूगोड़े के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को करारा जवाब दिया है, जिन्होंने अपने अहंकार के कारण उपचुनाव कराया था। रामा राव संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जब टीआरएस ने भाजपा को 10,000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर उपचुनाव में जीत हासिल की।
टीआरएस नेता ने कहा कि कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी भाजपा का चेहरा थे, अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने उन्हें जीताने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। केटीआर ने कहा कि भाजपा द्वारा धनबल का उपयोग करने, सत्ता का दुरुपयोग करने और उनके सभी प्रलोभनों और साजिशों के बावजूद, लोग टीआरएस के साथ खड़े रहे और तेलंगाना के स्वाभिमान के लिए मतदान किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा की साजिशों ने टीआरएस के बहुमत को कम कर दिया, लेकिन वह पार्टी को जीत दर्ज करने से नहीं रोक सके। भाजपा की तमाम साजिशों और प्रलोभनों के बावजूद टीआरएस ने अपना वोट शेयर 2018 में 34.29 फीसदी से बढ़ाकर 43 फीसदी कर लिया। केटीआर ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र की स्थिति के कारण टीआरएस को और अधिक वोट मिलते, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने सैकड़ों करोड़ खर्च किए और मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब बांटी।
मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा पार्षद के पति और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय के करीबी सहयोगी को एक करोड़ रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया, जबकि भाजपा विधायक एटाला राजेंद्र के निजी सहायक के. श्रीनिवास को 90 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता जी. विवेक गुजरात से हवाला के जरिए ढाई करोड़ रुपये लाए। उन्होंने दावा किया कि राजगोपाल रेड्डी के भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद विवेक ने उनके खाते में 75 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। इससे पहले राजेंद्र के भाजपा में शामिल होते ही, विवेक ने उनकी पारिवारिक कंपनी जमुना हैचरी के खाते में 25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे।
केटीआर ने यह भी आरोप लगाया कि टीआरएस ने चुनाव आयोग से इस बात की शिकायत की कि राजगोपाल रेड्डी की कंपनी सुशी इंफ्रा ने मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा नेताओं को 5.25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, चुनाव आयोग पर कार्रवाई नहीं करने का दबाव बनाया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने अधिकार का दुरुपयोग किया और निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 15 कंपनियों को तैनात किया। टीआरएस पर पैसे बांटने का झूठा आरोप लगाकर छापेमारी करने के लिए 10 अधिकारियों वाली प्रत्येक टीम के साथ आयकर की 40 टीमों को भेजा गया था।
केटीआर ने कहा कि पिछले आठ वर्षो में राज्य में कई उपचुनाव हुए, लेकिन हुजुराबाद और मुनूगोड़े ही थे, जहां लोकतंत्र पर हमले के लिए सैकड़ों करोड़ का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि दोनों उपचुनावों में भाजपा प्रत्याशी धनी और बड़े ठेकेदार थे।
(आईएएनएस)
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Created On :   6 Nov 2022 10:30 PM IST