ऑनलाइन जुए पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून बनाया जाएं
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। राजनीतिक दल पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक एस. रामदास ने शुक्रवार को तमिलनाडु सरकार से ऑनलाइन जुए पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की मांग की। रामदास ने कहा, हाल ही में खाद्य क्षेत्र को एक कर्मचारी ऑनलाइन जुए के कारण भारी कर्ज के बोझ तले दबता चला गया। जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। पिछले एक हफ्ते में यह तीसरी मौत है। यदि ऑनलाइन जुए पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो इस तरह की आत्महत्याएं रोज की घटना हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, क्या तमिलनाडु सरकार आत्महत्याओं पर चुप रहने वाली है? शराब और लॉटरी की तुलना में ऑनलाइन जुए से समाज को ज्यादा नुकसान हो रहा है। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक नेता पनीरसेल्वम ने भी मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा, ऑनलाइन गेमिंग आदत और लत में बदल जाती है। ऑनलाइन गेम में पैसे गंवाने के बाद राज्य में कई लोगों ने आत्महत्या की हैं।
उन्होंने कहा, अन्नाद्रमुक सरकार 2021 में इस तरह के खेलों पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून लायी थी। हालांकि, मद्रास उच्च न्यायालय ने ऑनलाइन गेमिंग कंपनी द्वारा दायर एक मामले में उसी साल कानून को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि यह भारतीय संविधान द्वारा मौलिक अधिकारों के खिलाफ है। पन्नीरसेल्वम ने आगे कहा कि उच्च न्यायालय ने यह भी कहा था कि खेल के खिलाफ कानून बनाने के लिए राज्य पर कोई रोक नहीं है।
(आईएएनएस)
Created On :   15 April 2022 5:41 PM IST