महाराष्ट्र को अपने छात्रों की चिंता, युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हैं पर्यटक
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने यूक्रेन में बड़ी संख्या में फंसे राज्य के छात्रों, व्यापारियों और पर्यटकों के भविष्य पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि रूस ने गुरुवार को उस देश के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्य सचिव और अन्य को निर्देश दिया है कि कीव और यूक्रेन के अन्य शहरों में फंसे भारतीयों, खासकर महाराष्ट्र के लोगों को बचाने के लिए की जा रही व्यवस्थाओं पर विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय करें।
सीएमओ के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, मुख्यमंत्री ने व्यापार, शिक्षा या पर्यटन के उद्देश्य से यूक्रेन की यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को उनकी भलाई पर नजर रखने का निर्देश दिया है। इससे पहले, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य को पत्र लिखकर वहां फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की, क्योंकि सभी वाणिज्यिक उड़ानें बंद कर दी गई हैं।
सामंत ने बताया कि महाराष्ट्र के लगभग 1,200 छात्र यूक्रेन में हैं और युद्ध-संकट के दौरान जीवित रहने के लिए उड़ानों और अन्य संसाधनों की अनुपलब्धता के कारण उनका जीवन खतरे में पड़ सकता है। सामंत ने पत्र में लिखा है, भारत सरकार ने अतीत में अन्य देशों में इसी तरह की स्थिति में फंसे भारतीयों को बचाया है। इन छात्रों को तत्काल बचाने और संबंधित अधिकारियों को उन्हें राज्य में सुरक्षित वापस लाने का निर्देश देने का एक विनम्र अनुरोध है।
महाराष्ट्र के अलावा केरल, तेलंगाना, कर्नाटक और हरियाणा जैसे अन्य राज्यों ने भी केंद्र को इसी तरह की अपीलें भेजकर प्राथमिकता के आधार पर हस्तक्षेप करने की मांग की है। अनुमान है कि 20,000 से अधिक भारतीय, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, यूरोप के दूसरे सबसे बड़े देश यूक्रेन में फंसे हुए हैं, क्योंकि रूस ने गुरुवार सुबह से यूक्रेन के पूर्व क्षेत्र में बम और मिसाइलों से हमला शुरू कर दिया है।
(आईएएनएस)
Created On :   24 Feb 2022 9:00 PM IST