अपने बयानों से केरल के कांग्रेस अध्यक्ष अपनी ही पार्टी के निशाने पर
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के. सुधाकरन न केवल माकपा बल्कि अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल उन्होंने कथित तौर पर आरएसएस के समर्थ में एक टिप्पणी की थी।
सोमवार को बाल दिवस के अवसर पर सुधाकरन ने कहा था कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जनसंघ के संस्थापक और आरएसएस नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मंत्रिमंडल में शामिल कर लोकतंत्र की खातिर सांप्रदायिक फासीवादियों के साथ समझौता किया था।
कुछ दिन पहले 9 नवंबर को उन्होंने कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके गृहनगर-कन्नूर में आरएसएस दफ्तरों की रक्षा की थी, जब वामपंथी ताकतें उन पर हमला कर रही थी।
हालांकि उन्होंने बयान में सुधार करते हुए कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी, लेकिन तब तक उनकी पार्टी के लोगों के ईमेल दिल्ली में एआईसीसी दफ्तर पहुंच गए थे।
मंगलवार को, केरल के प्रभारी महासचिव और वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा कि उन्होंने सुधाकरण से बात की और चीजें अब ठीक हो गई हैं।
हालांकि विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि यह गंभीर प्रकृति का मामला है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस बारे में चर्चा की जाएगी।
इस बीच, कांग्रेस की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग भी नाराज है और बुधवार को सुधाकरन की टिप्पणी पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी।
लेकिन मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सहित माकपा के नेताओं को सुधाकरन की आलोचना करने का मौका मिल गया, क्योंकि दोनों पिछले कई दशकों से प्रतिद्वंद्वी हैं और दोनों कन्नूर से हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि वह जानते हैं कि सुधाकरन का मन और विचार भाजपा के साथ है और कांग्रेस के कुछ ऐसे लोग हैं जिनके पास ऐसा विचार है और सच्चाई यह है कि उनके पास और कोई विकल्प नहीं बचा है।
(आईएएनएस)
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Created On :   15 Nov 2022 7:00 PM IST