झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जीता विश्वास मत प्रस्ताव, बीजेपी ने सदन से किया वॉकआउट
- सोरेन की सदस्यता पर संशय
डिजिटल डेस्क, रांची। संकट में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज विशेष सत्र के दौरान विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आए है, जिस पर विधानसभा सदन में चर्चा के बाद वोटिंग हुई। सोरेन सरकार के विश्वास मत के पक्ष में 48 वोट मिले जबकि बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। विपक्ष में बैठी बीजेपी ने सोरेन सरकार द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव का विरोध किया है। इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इधर सीएम सोरेन विश्वास मत से एकजुटता का संदेश देने के लिए सदन में अपने सभी विधायकों को रायपुर से रांची लाए। इस दौरान एक बड़ा नजारा आसमान में दिखाई दिया। विधायकों को रायपुर से रांची लाए जा रहे एयरोप्लेन आकाश में देर तक घूमता रहा। बीजेपी की हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए मुख्यमंत्री सोरेन ने खुद संभाली और अपने समर्थक विधायकों को सदन में लाने के लिए बस से लेकर आए।
विश्वास मत के पीछे का खेल
कुछ दिन पहले दिल्ली की आप सरकार ने बीजेपी पर विधायक खरीदने का आरोप लगाया था। आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोपों के बीच अपने विधायकों का साथ होने का संदेश देने के लिए दिल्ली में विशेष सत्र बुलाया और सदन में विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आए। आप की तर्ज पर ही झारखंड की सोरेन सरकार विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आई और सदन में जीता भी।
आपको बता दें कि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सीएम हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने को चुनाव आयोग ने राज्यपाल को अनुशंसा रिपोर्ट भेजी दी। जिस पर अभी तक संशय बरकरार है। झारखंड में मची राजनीतिक उथल पुथल के बीच सोरेन ने 30 अगस्त को 32 विधायकों को रांची से रायपुर कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य भेजा था। विश्वास मत प्रस्ताव पर वोट करने की खातिर सभी विधायकों को बीते रविवार ही रायपुर से रांची बुलाया गया ।
बीजेपी और झामुमो के बीच आरोप प्रत्यारोप चल रहा है। दोनों दलों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी हो रही है, बीजेपी ने दुमका हत्याकांड के विरोध में सोरेन सरकार के खिलाफ सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की। उधर मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा भाजपा ने राज्यों में गृहयुद्ध जैसी स्थिति पैदा कर दी है।
Created On :   5 Sept 2022 12:40 PM IST