गोवा के मुख्यमंत्री ने हरियाणा में शहीद सरदार करनैल सिंह की पत्नी को किया सम्मानित
डिजिटल डेस्क, पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला का दौरा किया और चरणजीत कौर को उनके पति सरदार करनैल सिंह के सम्मान में सम्मानित किया। सरदार करनैल सिंह 15 अगस्त 1955 को गोवा की मुक्ति के लिए पुर्तगालियों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हुए थे। सावंत ने कौर को आजादी का अमृत महोत्सव और गोवा की मुक्ति के 60 साल पूरे होने पर 10 लाख रुपये का चेक भेंट किया। सावंत ने कहा- गोवा सत्याग्रहियों, स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों का सदा ऋणी है, जिन्होंने गोवा की मुक्ति के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
सावंत ने पिछले स्वतंत्रता दिवस के दौरान भी शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया था और उन्हें गोवा को आजाद कराने में बलिदान के लिए सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर दिया था। सावंत ने कहा था, हमारे गोवा के साथ दूसरे राज्यों से आए इन स्वतंत्रता सेनानियों ने तत्कालीन केंद्र सरकार पर दबाव डाला इसलिए ऑपरेशन विजय शुरू किया गया, जिससे हमें आजादी मिली। सावंत ने कहा, हम इन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नहीं भूल सकते जो पुर्तगालियों के खिलाफ लड़ने के लिए गोवा आए थे और उनमें से लगभग 30 को पुर्तगालियों ने गोली मार दी थी।
सरदार करनैल सिंह कम उम्र में शहीद भगत सिंह, शहीद उधम सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और लाला लाजपत राय से प्रेरित थे। इतिहासकारों के अनुसार, सरदार करनैल सिंह ने स्कूली शिक्षा के दौरान अपने गांव में क्रांतिकारी गीत गाए और महान भारतीय शहीदों पर नाटकों का मंचन किया और क्रांतिकारी भाषण भी दिए। गोवा को पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन से मुक्त करने के लिए 1955 में पुणे में एक गोवा विमोचन सहायक समिति की स्थापना की गई, जिसमें सभी भारतीयों को गोवा के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए आह्वान किया गया। सरदार करनैल सिंह गोवा के स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए और गोवा को मुक्त करने के लिए खुद को सत्याग्रही के रूप में नामांकित किया।
(आईएएनएस)
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Created On :   28 Sept 2022 12:30 PM GMT