पूर्व सीएम मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की, बहुजन समाज को एकजुट होने का किया आह्वान

Former CM Mayawati pays floral tribute on the death anniversary of BSP founder Kanshi Ram, calls upon Bahujan Samaj to unite
पूर्व सीएम मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की, बहुजन समाज को एकजुट होने का किया आह्वान
महापरिनिर्वाण दिवस पूर्व सीएम मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की, बहुजन समाज को एकजुट होने का किया आह्वान
हाईलाइट
  • बहुजनों को एकजुट होने का किया आह्वान

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया। यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने कांशीराम प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर कहा कि 75 साल से बहुजन समाज अपने संवैधानिक और कानूनी अधिकारों की मांक करते करते थक गया। आगे बसपा चीफ ने कहा कि अब समय आ गया है कि बहुजन समाज  हुक्मरान समाज बनें। इसके लिए समाज को एकजुट होना होगा। जिसकी कल्पना कांशीराम किया करते थे। आपको बता दें बहुजन समाज को हुक्मरान समाज बनाने के लिए कांशीराम ने बामसेफ, डीएस4  और बीएसपी की स्थापना की थी।  बसपा सुप्रीमो मायावती ने एकजुट समाज का आह्वान करते हुए कहा कि आगामी चुनाव बहुजन समाज की परीक्षा होगी, जिसमें सफलता उम्मीद की नई किरण साबित होगी।


बीएसपी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांशीराम को श्रद्धांजलि देने के बाद एक बाद एक तीन ट्वीट किए हैं। मायावती ने पहले ट्वीट में लिखा है कि बहुजन समाज को राजनीतिक शक्ति में उत्थान कर उन्हें यहां हुक्मरान समाज बनाने के लिए बामसेफ, डीएस 4 एवं बहुजन समाज पार्टी के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी को आज उनकी पुण्यतिथि पर नमन व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित। उन्हें नमन कर रहे उनके सभी अनुयायियों का तहेदिल से आभार।

बसपा सुप्रीमो ने दूसरे ट्वीट में कहा है कि देश में खासकर यूपी के लोगों ने यहां चार बार अपनी पार्टी की सत्ता प्राप्त करके यह देख लिया है कि सत्ता वह मास्टर चाबी है, जिससे तरक्की के बंद दरवाजे खुल सकते हैं। इसलिए यह अभियान हर कीमत पर जरूर जारी रहना चाहिए। यही आज के दिन का संदेश है और इसी संकल्प के साथ कार्य भी करना है।


मायावती ने तीसरे ट्वीट में कहा है कि बहुजन समाज आजादी के बाद 75 वर्षों में अपना संवैधानिक व कानूनी हक मांगते हुए थक गया है। अब उसे पूरी ताकत के साथ ’हुक्मरान समाज’ बनने के अभियान में जुट जाना होगा। यूपी में होने वाला अगला कोई भी चुनाव आपकी परीक्षा हो सकती है, जिसमें सफलता उम्मीद की नई किरण साबित होगी

Created On :   9 Oct 2022 12:39 PM IST

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