6 साल बाद डीएसएस फिर हुआ एक्टिव , तब मोहन भागवत और अब बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री डीएसएस के निशाने पर, संगठन ने सोशल मीडिया पर मचाई धूम
- आरएसएस की वेशभूषा में निकल रहे डीएसएस
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तर्ज बने अपने धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ को एक बार फिर से एक्टिव कर दिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव ने इस संघ को बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना में होने वाले एक प्रोग्राम के विरोध में सक्रिय किया है।
डीएसएस के समर्थन में धर्मनिरपेक्ष लोग
धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के लोग सोशल मीडिया पर तेजप्रताप के संगठन को नया प्रयोग बताने के साथ साथ उसके पक्ष में अच्छी -अच्छी बातें लिख रहे है। और उसकी काफी प्रशंसा कर रहे है। कुछ लोग उत्साह संगठन में उत्साह दिखा रहे है तो कुछ ट्रोल कर रहे है। कुछ सोशल मीडिया यूजर डीएसएस को डेरा सच्चा सौदा का अवतार कह रहे है तो कोई लाठी-तेल जैसे शब्दों के साथ इसे ट्रोल कर रहे है। कहा जा रहा है कि लालू के लाल तेल पिलावन लाठी घुमावन की वैकेंसी निकाल रहे हैं।
आरएसएस की वेशभूषा में निकल रहे डीएसएस
आपको बता दें तेज प्रसाद यादव ने ही इस संगठन को 6 साल पहले फरवरी 2017 में घोषणा की थी। तब तेज प्रताप बिहार की तत्कालीन महागठबंधन-1 सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। छोटे भाई तेजस्वी यादव तब पहली बार उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे। तेज प्रताप ने मंत्री रहते यह संगठन बनाया ही नहीं, बल्कि सड़कों पर भी नेतृत्व करते नजर आए थे। तब तेज प्रताप का दावा था कि उनके संगठन DSS के डर से अप्रैल 2017 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बिहार आते-आते रास्ता बदल लिया था। यह संगठन महागठबंधन-1 सरकार के सत्ता से हटने के बाद भी कुछ समय तक एक्टिव रहा, लेकिन 2018 के बाद इसकी सक्रियता शून्य हो गई। अब पुन: डीएसएस संघ के प्रशिक्षण का दायित्व भी तेज संभाल रहे है। और डीएसएस के सदस्य आरएसएस के स्वयंसेवकों की जैसी वेशभूषा में सड़कों पर निकल रहे है।
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में उतरा डीएसएस
डीएसएस ने अपनी सक्रियता बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के चलते बढ़ा दी है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम 13 से 17 मई के बीच में होना है। पहले यह कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में होने वाला था, लेकिन किसी कारणवश सरकार से अनुमति न मिलने के चलते शास्त्री का कार्यक्रम नौबतपुर में होना है। डीएसएस की बढ़ती सक्रियता के चलते तेज प्रताप धीरेंद्र शास्त्री को सीधी चुनौती दे रहे- “धर्म को टुकड़ों में बांटने वालों को करारा जवाब मिलेगा। तैयारी पूरी है।
Created On :   3 May 2023 9:16 AM IST