प्रधानमंत्री के तेलंगाना दौरे के दौरान भाकपा ने विरोध की योजना बनाई
- मोदी सरकार की नीतियों का विरोध
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने 12 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तेलंगाना यात्रा के दौरान केंद्र द्वारा राज्य से किए गए वादों को पूरा नहीं करने को लेकर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का फैसला किया है।
भाकपा के राज्य सचिव के. संबाशिव राव ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री को तेलंगाना में प्रवेश करने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने आंध्र प्रदेश के विभाजन के समय राज्य से किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पिछले आठ वर्षों के दौरान मोदी सरकार ने तेलंगाना के लिए किए गए वादों पर कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम को स्पष्ट करना चाहिए कि इन आठ वर्षों में उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है। राव ने कहा कि केंद्र ने बयाराम स्टील प्लांट, काजीपेट रेलवे कोच फैक्ट्री, एक आदिवासी विश्वविद्यालय और एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए कुछ नहीं किया।
रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए पीएम मोदी 12 नवंबर को तेलंगाना का दौरा कर रहे हैं। भाजपा की तेलंगाना इकाई के नेताओं के अनुसार, वह रामागुंडम में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
भाकपा नेता ने सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के निजीकरण को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीपीआई सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी के निजीकरण के केंद्र के कदम का कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी निजीकरण का विरोध करने के लिए 10 नवंबर से सिंगरेनी में विरोध प्रदर्शन करेगी।
माकपा के राज्य सचिव तम्मिनेनी वीरभद्रम पहले ही मोदी की तेलंगाना यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोगों को बुला चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता, टीआरएस और भाकपा कार्यकर्ताओं के साथ, मोदी सरकार की नीतियों के विरोध में जल्द ही राजभवन की घेराबंदी करेंगे।
आईएएनएस
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Created On :   8 Nov 2022 6:31 PM IST