भाजपा के यूथ लीडर के पोस्टमार्टम को लेकर तृणमूल-भाजपा के बीच छिड़ा घमासान
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। कोलकाता के कमांड अस्पताल में भाजपा के यूथ लीडर अर्जुन चौरसिया के पोस्टमार्टम को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच ताजा सियासी घमासान छिड़ गया है।तृणमूल नेतृत्व ने कमांड अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर संदेह व्यक्त किया है जिसे अभी सार्वजनिक किया जाना है।
चौरसिया को कोलकाता के उत्तर में कोसीपोर में उनके आवास के पास एक सुनसान कमरे में रहस्यमय तरीके से लटका पाया गया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ के आदेश के बाद शनिवार को कोलकाता के कमांड अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया।
शव परीक्षण के दौरान दो डॉक्टर मौजूद थे, जिनमें एक डॉक्टर नदिया जिले के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), कल्याणी और एक डॉक्टर कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से था।
राज्य के परिवहन मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कमांड अस्पताल से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कितनी प्रामाणिक होगी, इस पर संदेह व्यक्त किया। हाकिम ने कहा, शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में कहा कि चौरसिया की हत्या कर दी गई है। आखिरकार, कमांड अस्पताल केंद्र सरकार का है। जब केंद्रीय गृह मंत्री पहले ही मौत को हत्या के रूप में वर्णित कर चुके हैं, तो क्या कमांड अस्पताल में किसी को भी इसकी अवहेलना करने के लिए शमिर्ंदगी होगी। दरअसल, पोस्टमार्टम अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए हत्या की थ्योरी पहले ही बनाई गई थी। मैं माननीय अदालत से इस पहलू पर गौर करने का अनुरोध करता हूं।
फिरहाद की टिप्पणी का राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याण चौबे ने जवाब दिया, जिन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ के आदेश के बाद किया गया है। चौबे ने कहा, यहां तक कि सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का एक प्रतिनिधि भी शव परीक्षण के दौरान मौजूद था। एम्स कल्याणी का एक प्रतिनिधि भी वहां मौजूद था। इसलिए, फिरहाद हकीम द्वारा व्यक्त की गई शंकाएं निराधार हैं।
पोस्टमॉर्टम पूरा होने के बाद चौरसिया का पार्थिव शरीर सबसे पहले मध्य कोलकाता में भाजपा के राज्य मुख्यालय लाया गया, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। वहां से, इसे पहले कोसीपोर स्थित उनके आवास और अंत में उत्तरी कोलकाता के एक श्मशान घाट में ले जाया गया।बीजेपी नेताओं ने एक बार फिर मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई है।
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Created On :   7 May 2022 8:00 PM IST