कांग्रेस नेताओं ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को घेरा, शिवराज को छोड़कर शर्मा पर चुनावी हमले
डिजिटल डेस्क, भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा के उप-चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को घेरने के लिए पूरा जोर लगा रखा है। यही कारण है कि कांग्रेस के नेताओं के निशाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहीं ज्यादा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष है। राज्य में भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद संगठन जमीनी स्तर पर तैयारी करने में जोर लगाए हुए हैं। संगठन में व्यापक स्तर पर न केवल बदलाव किया गया है बल्कि राष्टीय नेतृत्व की मंशा को पूरा करने में संगठन के पदाधिकारी लगे हुए है। भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद शर्मा ने संगठन का स्वरुप ही बदल दिया है और युवाओं को खास तरजीह दी जा रही है।
भाजपा संगठन में हुए बदलाव और जमीनी जमावट के बाद कांग्रेस के कई नेताओं के हमले का रुख बदल गया है। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हों या कमल नाथ उनके निशाने पर संगठन के मुखिया विष्णु दत्त शर्मा हैं। गौर करें तो दिग्विजय सिंह ने पन्ना में भाजपा से जुड़े एक नेता पर आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया, साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भी घेरा। पन्ना में प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाई और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष दिव्या रानी सिंह के परिवार द्वारा पटटे पर ली गई जमीन को कब्जे में लिया तो उसके बाद कांग्रेस ने इस कार्रवाई को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया। ऐसा इसलिए क्योंकि शर्मा खजुराहो से सांसद हैं।
पन्ना जिले में दिग्विजय सिंह के दामाद द्वारा कथित तौर पर जमीन खरीदने को लेकर भाजपा की ओर से हमला किया गया तो उसका जवाब किसी ने नहीं दिया बल्कि कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष दिव्यारानी सिंह ने प्रशासन की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अवैधानिक बताया। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के अनुभव को लेकर तंज कसा और कहा, कि शर्मा ने जब निक्कर पहनना भी नहीं सीखा था, तब मैं सांसद था।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पन्ना जिले में रेत के खनन का मामला भी उठाया और खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के पन्ना से होने और भाजपा का सांसद भी इसी क्षेत्र से होने को लेकर तंज कसा। वहीं भाजपा प्रदेषाध्यक्ष शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ व दिग्विजय सिंह के खिलाफ भी हमलावर रुख अपना रखा है। वे लगातार दोनों पर भ्रष्टाचार में डूबे होने के आरोप तेा लगा ही रहे हैं, साथ ही यह भी कहा है कि मीडिया रिपोर्ट से दिग्विजय सिंह के दामाद और अन्य करीबी लोगों द्वारा पन्ना में जमीन घोटाला किए जाने की बात सामने आई है। उसके प्रमाणित दस्तावेज आने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा मीडिया के सामने करेंगे।
सियासत के गलियारों में चर्चा इस बात को लेकर है कि आखिर क्या वजह है कि कांग्रेस नेताओं के हमले की तोप का मुंह सरकार की बजाय संगठन के मुखिया पर क्यों है। इसे कांग्रेस के नेताओं की अगली पीढ़ी को भाजपा के युवा संगठन से मिलने वाली चुनौती से भी जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही सियासत में कहा जाता है कि जो सबसे मजबूत नजर आए और सियासी भविष्य की संभावनाएं दिखें, उसी पर हमले बोलो।
(आईएएनएस)
Created On :   15 Oct 2021 12:30 PM IST