सीबीआई के समन पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने दी पहली प्रतिक्रिया, कहा- बीजेपी का हुक्म होगा तो गिरफ्तारी तो जरूर होगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शराब घोटाले मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती है। क्योंकि बीते दिन यानी 14 अप्रैल को केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें इसी मामले में दिल्ली स्थित सीबीआई दफ्तर 16 अप्रैल सुबह 11 बजे पेश होने के लिए समन दिया है। जिसके बाद से ही दिल्ली की सियासत गर्मा गई है। आप के नेता बीजेपी और पीएम मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता को देख भयभीत हो गए हैं।
इसी मामले में अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और केद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है और कहा कि सत्ता में चूर बीजेपी बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है, जो काफी दुख की बात है। अगर बीजेपी का हुक्म होगा तो गिरफ्तारी तो जरूर होगी।
केजरीवाल ने क्या कहा?
आपको बता दें कि, करीब एक साल से दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर केंद्रीय एजेंसियां ईडी और सीबीआई जांच कर रही हैं। जिसका जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, एक साल से ईडी और सीबीआई जांच कर रही है कुछ तो एजेंसियों को घोटाले को लेकर मिला होगा। केजरीवाल ने ईडी की रिपोर्ट को दिखाते हुए कहा कि, मनीष सिसोदिया को गलत मामले में फंसाया गया है। ईडी ने अपने रिपोर्ट में मनीष सिसोदिया के मोबाइल को लेकर कुछ सवाल खड़े किए हैं। लेकिन आपको जान कर हैरानी होगी कि ईडी और सीबीआई के पास मनीष सिसोदिया के14 में से 5 फोन उनके पास ही हैं और ताज्जुब की बात ये है कि, सिसोदिया के फोन को इस्तेमाल किया जा रहा है। केजरीवाल ने सवाल खड़े करते हुए कहा, एजेंसियां जो 100 करोड़ खपले की जांच कर रही है वो कहां हैं?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 15, 2023
मुझे जेल भेजना चाहते हैं- अरविंद
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, हम ईडी और सीबीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। हमें बेवजह परेशान किया जा रहा है। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जबरन ईडी और सीबीआई को आप के नेताओं के पीछे लगाया जा रहा है ताकि जेल भेजा जा सके।
क्या है आरोप?
दरअसल, दिल्ली सरकार पर आरोप है कि नई शराब नीति बनाने के हवाले से करोड़ों रूपये का गबन किया गया है। जिसकी वजह से दिल्ली को काफी नुकसान हुआ है। आरोप है कि, नई शराब नीति लागू करने पर जरूरी प्रकियाओं का ख्याल न रखकर इसे लागू किया गया और फिर से निरस्त भी कर दिया। जिसकी वजह दिल्ली को काफी नुकसान हुआ था। बता दें कि, इसी मामले में मनीष सिसोदिया जेल में बंद है जिनकी देख रेख में ही दिल्ली में नई शराब नीति लागू की गई थी। उस समय आबकारी विभाग सिसोदिया के पास ही था।
Created On :   15 April 2023 1:03 PM IST