नेताओं और अफसरों के बीच तबादले को लेकर खींचतान से नाराज योगी सरकार के ये मंत्री, एक ने दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार में विभागीय तबादलों में असल पावर किसके पास है। ट्रांसफर करने की ताकत को लेकर यूपी सरकार के नेताओं और अफसरों के बीच खींचतान को लेकर कई मंत्री नाराज हुए हैं। खबरों के मुताबिक नाराज होने वालों की लिस्ट में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद और जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक है।
मंत्री दिनेश खटीक की नाराजगी तो इतनी बढ़ गई कि उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भी लिख दिया। उसमें उन्होंने यूपी सरकार के अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जिसके बाद यूपी की सियासत काफी तेज हो गई है। इन तीनों मंत्रियों की नाराजगी उनके विभागों में तबादले में हुए धांधली को लेकर है। जिसके बाद से विपक्ष भी योगी सरकार पर हमलावर हो चुकी है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक इसलिए हुए नाराज!
गौरतलब है कि बीते 30 जून को यूपी स्वास्थ्य विभाग में तबादले किए गए थे। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हैदराबाद बैठक से लौटने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने 4 जुलाई को तबादलों को लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा था कि स्थानांतरण नीति का पालन ठीक ढ़ंग से नही हुआ है। इसके बाद अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से तबादले की पूरी सूची तलब की। वहीं दूसरी तरफ अपर मुख्य सचिव ने तबादलों को सही ठहराया था। इस घटना के बाद सीएमओ ने भी रिपोर्ट मांग ली है और इसमे गड़बड़ियां सामने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने रिपोर्ट की समीक्षा के लिए एक टीम बनाई और रिपार्ट जल्द देने को कहा।
मंत्री दिनेश खटीक ने दिया इस्तीफा
जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक इन दिनों योगी सरकार से नाराज चल रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य में ट्रांसफर को लेकर उनकी कोई बात नहीं सुनी जाती। दिनेश खटीक अगर कोई जानकारी मांगते है तो अफसर जानकारी देने की बजाय फोन ही काट देते है। गृह मंत्री अमित शाह को लिखी चिट्ठी जो ट्विटर पर वायरल हो रही है, उसमें दिनेश खटीक ने आरोप लगाया कि तबादलों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुए है। हालांकि हम इस वायरल चिट्ठी की पुष्टि नहीं करते। ये सारे आरोप इस चिट्ठी के माध्यम से ही लगाएं गए है।
योगी के एक्शन से जितिन प्रसाद नाराज!
यूपी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद की नाराजगी को लेकर बुधवार सुबह से ही खबरें आ रही है। लोगों का कहना है कि मंत्री जितिन प्रसाद भी तबादले को लेकर काफी नाराज चल रहे हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि सीएम ऑफिस की ओर से तबादले की कार्रवाई पर जितिन प्रसाद नाराज चल रहे हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग में तबादले में हुई धांधली को लेकर तीन आईएएस की जांच कमिटी ने अपनी रिपेर्ट सौंपी। इस कमिटी ने तबादलों में धांधली पाई। जिसके बाद सीएम योगी ने कड़ा एक्शन लेते हुए कई अधिकारियों और इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया। हालांकि मंत्री जितिन प्रसाद ने नाराजगी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि पीएम मोदी और सीएम योगी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है।
बुधवार को पत्रकारों ने जब जितिन प्रसाद से सवाल किया कि क्या वो नाराज हैं इसलिए दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मिल रहे हैं, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हैं, नाराजगी की कोई बात नहीं हैं। उन्होंने ने कहा कि जब भी हमें समय मिलता है तो हम राष्ट्रीय नेताओं से मिल सकते हैं। हालांकि अभी उनसे मिलने का कोई इरादा नहीं है। जितिन प्रसाद ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में हम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतने के लिए काम कर रहे हैं।
Created On :   20 July 2022 2:31 PM GMT