सीएम ठाकरे को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने की राणा दंपति की योजना से भाजपा ने किया किनारा

BJP shies away from Rana couples plan to teach Hindutva lessons to CM Thackeray
सीएम ठाकरे को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने की राणा दंपति की योजना से भाजपा ने किया किनारा
महाराष्ट्र सीएम ठाकरे को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने की राणा दंपति की योजना से भाजपा ने किया किनारा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने के लिए निर्दलीय सांसद और पूर्व फिल्मस्टार नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि द्वारा शुरू किए गए अभियान से खुद को अलग कर लिया।

विपक्ष के नेता (परिषद) प्रवीण दारेकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह राणा दंपति की पहल है और भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

राणा दंपति बांद्रा पूर्व में स्थित मुख्यमंत्री ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर उन्हें हिंदुत्व की याद दिलाने के उद्देश्य से हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए अमरावती से मुंबई पहुंचा। राणा दंपति का कहना है कि वह सीएम ठाकरे को उस हिंदुत्व को याद दिलाना चाहते हैं, जिसे उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस के साथ शिवसेना का गठबंधन करके कथित रूप से त्याग दिया है।

हालांकि, खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन की एक टीम खार में राणा के घर पहुंची और उन पर सीआरपीसी की धारा 149 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी।

राणा दंपति की इस योजना का मुकाबला करने के लिए युवा सेना और महिला विंग के साथ ही अनिल देसाई, विनायक परब, पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर जैसे वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में सैकड़ों शिवसैनिक मातोश्री के बाहर एकत्र हुए।

देसाई ने चेतावनी देते हुए कहा, उन्हें यहां आने दें और हनुमान चालीसा का पाठ करने दें, हम उन्हें शिवसेना शैली में महा प्रसाद (पिटाई) परोसने के लिए तैयार हैं।

परब ने चेतावनी दी कि अगर राणा दंपति ने ठाकरे के घर को निशाना बनाने की कोशिश की, तो शिव सैनिक चुप नहीं रहेंगे और उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।

नागपुर में, शिवसेना सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने राणा दंपति को बंटी और बबली कहकर खारिज कर दिया, जो उनके अनुसार, अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए स्टंट करने के लिए मुंबई पहुंचे हैं।

पेडनेकर ने कहा कि जो लोग भाजपा के समर्थन के बिना चुनाव नहीं जीत सकते, वे अब देश की प्रमुख समस्याओं जैसे महंगाई, ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और बेरोजगारी से ध्यान हटाने के लिए ऐसी नौटंकी के साथ महा विकास अघाड़ी सरकार के लिए परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

पेडनेकर ने कहा, उनकी पूरी योजना महाराष्ट्र में अशांति पैदा करने, राष्ट्रपति शासन लागू करने और आगामी निकाय चुनावों से पहले मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की है। उनमें भाजपा शासित राज्यों में ऐसा करने का साहस नहीं है।

इससे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने घोषणा की थी कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर हटा दिए जाने चाहिए, नहीं तो उनके कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर देंगे। राज ठाकरे की मस्जिदों के बाहर इस हनुमान चालीसा योजना से प्रेरणा लेते हुए, राणा दंपति ठाकरे को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने के लिए इस विवाद में कूद पड़े हैं।

इस बीच, मुंबई पुलिस ने ठाकरे के निजी और आधिकारिक आवासों और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के सिल्वर ओक बंगले के बाहर कड़ी सुरक्षा तैनात की है, जिस पर 8 अप्रैल को आंदोलनकारी राज्य परिवहन कर्मचारियों ने हमला किया था।

(आईएएनएस)

Created On :   22 April 2022 10:00 PM IST

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