जन आशीर्वाद यात्रा पर फीडबैक जुटा रही भाजपा

BJP gathering feedback on Jan Ashirwad Yatra
जन आशीर्वाद यात्रा पर फीडबैक जुटा रही भाजपा
दिल्ली जन आशीर्वाद यात्रा पर फीडबैक जुटा रही भाजपा
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्य के चुनावों पर नजर रखते हुए, भाजपा नए शामिल केंद्रीय मंत्रियों द्वारा उनके राज्यों में निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा पर जनता की प्रतिक्रिया पर फीडबैक ले रही है। पता चला है कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व कई मापदंडों पर फीडबैक ले रहा है, जिसमें यात्रा के दौरान जनता और कार्यकर्ताओं की भागीदारी शामिल है।

पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, पार्टी लोगों और कार्यकर्ताओं की भागीदारी, सरकार और पार्टी के बारे में जनता की राय, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और अन्य के बारे में जागरूकता और पहुंच जैसे विभिन्न मापदंडों पर प्रतिक्रिया एकत्र कर रही है। सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों से उनकी यात्रा की रिपोर्ट के साथ-साथ पार्टी नेतृत्व राज्य और जिला इकाइयों से फीडबैक भी ले रहा है। भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा कि चुनावी राज्यों से एकत्र किए गए फीडबैक से पार्टी को अपनी रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, मंत्रियों को लोगों से बातचीत करने और यह जानने के लिए भी कहा गया था कि वे सरकार के बारे में क्या सोच रहे हैं। फीडबैक के आधार पर मतदाताओं की चिंताओं को दूर करने के लिए चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरूआत में होंगे। भाजपा चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सत्ता में है, जबकि कांग्रेस पंजाब में शासन कर रही है। यात्रा ने चुनाव वाले राज्यों में भी पार्टी की तैयारियों को गति प्रदान की है, खासकर उत्तर प्रदेश में जहां सबसे अधिक नए मंत्री मिले हैं।

संघ परिषद में शामिल सभी 39 नए मंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाली थी। सभी 39 मंत्रियों ने मिलकर 19 राज्यों के 19,567 किलोमीटर, 212 लोकसभा क्षेत्रों और 265 जिलों को कवर किया था।मंत्रियों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचने से पहले अपने गृह राज्य के तीन लोकसभा और चार जिलों की यात्रा की थी। यात्रा के दौरान 1,600 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें धार्मिक महत्व के स्थानों का दौरा, जनता को संबोधित करना, केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों और टीकाकरण केंद्रों के कार्यान्वयन की निगरानी करना शामिल था।सूत्रों ने बताया कि इन कार्यक्रमों के दौरान मंत्रियों ने सीधे जनसंपर्क किया और लोगों से जुटाई गई प्रतिक्रिया केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी गई।

 

(आईएएनएस)

Created On :   2 Sept 2021 2:00 PM IST

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