बाढ़ के कहर से महंगाई आसमान पर, सौ रूपये से ज्यादा में बिक रहा एक लीटर पानी, हिमंता बिस्वा सरमा के राज में बागियों पर एक करोड़ से ज्यादा खर्च!
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी, अनुपम तिवारी। देश में एक तरफ जहां महाराष्ट्र में सियासी वार छिड़ा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ असम में प्रकृति का कहर भी जारी है। इन दिनों ये दोनों राज्य देशभर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। महाराष्ट्र राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागी विधायक असम के गुवाहाटी के एक होटल में ठहरे हुए हैं।
असम में भयंकर बाढ़ की वजह से 34 जिलों में 41 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, असम में इस साल अब तक बाढ़ और भूस्खलन से 82 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ की वजह से लोग भुखमरी व महंगाई से भी परेशान हैं। भीषण बाढ़ की वजह से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, जिसकी वजह से महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच चुकी है।
बाढ़ की वजह से पेट्रोल व पानी हुआ महंगा
असम इन दिनों भीषण बाढ़ की प्रकोप से जूझ रहा है। जिसकी वजह से पीने के पानी से लेकर अन्य खाद्य वस्तुओं के मूल्यों में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, असम में 20 रूपए में मिलने वाली पानी की एक बोतल की कीमत अब 150 रूपए हो गई है। बाढ़ की वजह से पेयजल का संकट बढ़ता जा रहा है। असम में पेट्रोल के दामों में अचानक वृद्धि होने से लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। जहां जनता महंगाई की मार झेल रही है तो वहीं असम के मुख्यमंत्री बिस्वा पर आरोप लग रहे हैं कि वो महाराष्ट्र सियासत में मची हलचल के बीच बागी विधायकों की आवभगत करने जुटे हैं।
विधायकों के ठहरने में पांच सितारा होटल का खर्च
महाराष्ट्र में जारी सियासी जंग के बीच बागी विधायकों ने असम के गुवाहाटी होटल में शरण ली है। विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर लगातार हमलावर है कि इन्हीं के इशारे पर महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। बागी विधायक जिस होटल में ठहरे हैं, इन होटलों में ठहरने के लिए कितने पैसे खर्च हो रहे हैं। ये आंकड़ा जानकर हर कोई हैरान हो रह जाएगा। बताया जा रहा है कि बागी विधायकों के ठहरने के लिए होटल को एक हफ्ते के लिए बुक किया गया था। जिन पर कुल खर्च करीब 1.12 करोड़ रूपए आएगे।
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे समेत अन्य बागी विधायकों के खातिर गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में कुल 70 कमरे बुक किए गए हैं। इन सभी कमरों की बुकिंग एक हफ्ते के लिए की गई थी। जिनका खर्च 56 लाख रूपए के करीब बताया जा रहा है। इसके अलावा हर रोज करीब 8 लाख रूपए तो बाकी सेवाओं के खर्च हो रहे हैं।
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर विपक्ष लगातार हमलावर है कि वो इन दिनों महाराष्ट्र के बागी विधायकों की मेहमानवाजी में बिजी हैं। विपक्ष ये भी कह रहा है कि जितना ध्यान असम के सीएम सरमा महाराष्ट्र सरकार गिराने में लगा रहे हैं, उतना ध्यान असम के बाढ़ पीड़ितों के लिए दे देते तो ये दिन न देखना पड़ता।
महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान को लेकर विरोधियों ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को घेरने की कोशिश की है। असम कांग्रेस ने सीएम के होटलों में मेहमानों के आने से राजस्व मिलने वाले बयान की काफी आलोचना की थी। इस पर सीएम बिस्वा ने पलटवार करते हुए कहा है कि गुवाहाटी के अंदर 200 होटल हैं, अब असम में बाढ़ आई है तो क्या बाढ़ का हवाला देकर मेहमानों को वहां से भगा दें।
उन्होंने कहा उनके ठहरने के लिए असम के लोग बिल नहीं दे रहे हैं बल्कि उसका पैसा ही ले रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि असम में इससे हमारा फायदा हो रहा है। सीएम बिस्वा ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी का शिवसेना के बागी विधायक समर्थन करे या ना करें, इससे मुझसे क्या मतलब है।
विपक्ष के आरोपों पर करारा जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि अगर असम में कोई मेहमान आता है तो उसे सुरक्षा और सहुलियत मिलनी चाहिए। मेरा काम है कि हर नागरिक को सुरक्षा देना है। उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं कि यहां शिवसेना के बागी विधायक आये और इसकी वजह से असम की बाढ़ काफी सुर्खियों में आई है।
महाराष्ट्र सियासी संकट के बीच घिरे बिस्वा
गौरतलब है कि विगत कई दिनों से महाराष्ट्र में सियासी उठापटक चल रहा है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे के साथ करीब 40 से ज्यादा विधायक गुवाहाटी के होटल रेडिसन ब्लू में ठहरे हुए हैं। इसी को लेकर असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने सीएम विस्वा पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि जब असम बाढ़ की वजह से तबाह हो रहा है, तमाम लोग परेशान हैं। लोगों के सामने खाने-पीने व महंगाई जैसी समस्या बनी हुई है। तब सूबे के सीएम विस्वा महाराष्ट्र के बागी विधायकों की खातिरदारी करने में जुटे हैं।
सीएम हिमंता बिस्वा पर कांग्रेस की तरफ से बाढ़ पीड़ितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया जा रहा है। जबकि सीएम बिस्वा ने इन आरोपों से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कांग्रेसी भी आएगा तो उसका भी ध्यान दिया जाएगा। होटल में मेहमानों के आने से सरकार को राजस्व मिलता है। बाढ़ के कारण उनको होटल से नहीं निकाला जा सकता है। उधर कांग्रेस की तरफ से पूछा गया है कि असम के सीएम बताएं कि उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पीएम से आर्थिक मदद की मांग की ?
आगे सीएम हेमंता विस्वा से सवाल किया गया कि क्या होटल के कमरों से मिलने वाला किराया असम में लोगों के बाढ़ से बचाने के लिए पर्याप्त है। इस वक्त महाराष्ट्र राजनीतिक महासंग्राम के बीच विपक्ष पूरी तरह से असम सरकार को घेर रखा है। विपक्ष की तरफ से असम सरकार पर यही आरोप लगाया जा रहा है कि सरकार बाढ़ पीड़ितों की अनदेखी कर महाराष्ट्र सरकार बनाने व बिगाड़ने में जुटी है।
Created On :   27 Jun 2022 5:59 PM IST