अंधविश्वास का दामन नहीं छोड़ रहे अखिलेश, 11 साल बाद नोएडा गए पर जमीन पर नहीं रखा कदम
- जो सीएम नोएडा आया उसकी कुर्सी गई
डिजिटल डेस्क, नोएडा। उत्तरप्रदेश की सियासी कुर्सी पर बैठने के लिए नेता अंधविश्वास का खूब पालन कर रहे है। राजनीति और सत्ता के गलियारों में नोएडा की जमीन को अपशगुन अशुभ के तौर पर देखते है। नोएडा के लिए माना जाता है कि जो भी नेता यहां का दौरा करता है उसकी कुर्सी चली जाती है। सबूत के तौर पर 1980 से अब तक 5 बार ऐसा हुआ कि बात को पेश किया जाता है।
योगी ने तोड़ा मिथक मोदी ने की तारीफ
हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अंधविश्वास को नहीं मानते। अपने सीएम कार्यकाल के दौरान वह 20 से ज्यादा बार नोएडा गए हैं। एक बार योगी के नोएडा जाने पर पीएम मोदी ने उनकी तारीफ की, पीएम ने योगी प्रशंसा में कहा जिस नोएडा को अखिलेश अंधविश्वास मानते है, उस मिथक को योगी ने तोड़ दिया है। पीएम ने कहा कि मान्यताएं गलत होती हैं, मॉडर्न युग में ऐसे अंशविश्वासी मिथकों के लिए कोई जगह नहीं है। हालांकि मोदी के इन बयानों में या मिथक में कितनी सत्यता है यह तो 10 मार्च को आने वाले नतीजे ही बता सकेगे।
नोएडा को अशुभ मानते हैं सपा चीफ
लोकतांत्रिक देश में उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव अंधविश्वास का दामन छोड़ने को तैयार नहीं हैं। यूपी की सियासी गद्दी पर बैठने को तैयार पूर्व सीएम अखिलेश यादव आज भी नोएडा को अशुभ मानते हैं।आपको बता दें अखिलेश ने पिछले 11 सालों से नोएडा की जमीन पर कदम नहीं रखा है। अपने सीएम रहते भी अखिलेश एक बार भी नोएडा नहीं गए। अभी हाल ही में चुनावी प्रचार के दौरान नोएडा गए अखिलेश अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे लेकिन जनता के बीच जमीन पर नहीं उतरे। बारिश में अपने पार्टी मुखिया से मिलने गए सैकड़ों सपा कार्यकर्ता बाहर आने के लिए पार्टी प्रमुख का इंतजार करते रहे लेकिन कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को नकारते हुए मिथक और अंधविश्वास में पड़े अखिलेश गाड़ी की खिड़की से ही हाथ दिखाकर रवाना हो गए। ड
नोएडा से क्यों डरते हैं अखिलेश
दरअसल नोएडा के बारे में कहा जाता है कि जो भी राजनेता नोएडा का दौरा करता है उसकी कुर्सी चली जाती है। यूपी के जिस सीएम ने नोएडा का दौरा किया है उसे अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है। 1980 से लेकर अब तक 5 बार ऐसा हो चुका है। सपा चीफ अखिलेश भी इस अंधविश्वास को मानते हैं। इसलिए अपनी सरकार जाने के बाद भी उन्होंने नोएडा में कदम नहीं रखा।
Created On :   7 Feb 2022 11:50 AM IST