स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों की भूमिका को बताने के लिए एआईएमआईएम आयोजित कर रही जनसभा और मुशायरा
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) 12 और 13 अगस्त को हैदराबाद में एक जनसभा और मुशायरा (कवि सम्मेलन) आयोजित करेगी। 12 अगस्त को शेखपेट में भारत की आजादी में मुसलमानों की भूमिका पर जनसभा होगी, जबकि मुशायरा का आयोजन एएआईएमआईएम के मुख्यालय दारुस्सलाम में किया जाएगा।
पार्टी अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि समुदाय के नेता, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और धार्मिक विद्वान बैठक को संबोधित करेंगे। उन्होंने लोगों, विशेषकर युवाओं से बड़ी संख्या में जनसभा में भाग लेने की अपील की। ओवैसी ने कहा कि ऐसे समय में जब भारत अपनी आजादी के 75 साल मना रहा है, फासीवादी और सांप्रदायिक ताकतें इतिहास को बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं, ताकि या तो आजादी की लड़ाई में मुसलमानों की भूमिका को मिटाया जा सके या इसे नजरअंदाज किया जा सके।
सांसद ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि जनसभा में वक्ता स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे पूर्वजों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका और उनके द्वारा किए गए महान बलिदानों पर प्रकाश डालेंगे। उन्होंने कहा, हम महान नेताओं को न केवल श्रद्धांजलि देंगे बल्कि उनके बलिदानों को याद करेंगे ताकि हम अपने देश को और मजबूत कर सकें। ओवैसी ने कहा कि इसी विषय पर दारुस्सलाम में मुशायरा होगा। भारत की स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करने के लिए कार्यक्रम में देश भर के प्रमुख उर्दू कवि भाग लेंगे।
(आईएएनएस)
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Created On :   10 Aug 2022 4:30 PM IST