महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद अब राजस्थान में शुरु होगा 'ऑपरेशन लोटस'? इन बातों से मिल रहे हैं संकेत!
डिजिटल डेस्क, जयपुर। महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी नेताओं की वजह से हुए सत्ता परिवर्तन के बाद दबे सुर में ही सही लेकिन अब कई राज्यों में सत्ता बदलने की आशंका सुनाई दे रही है। गोवा में तो कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी कांग्रेस के विधायकों को प्रलोभन दे रही है। वहीं राजस्थान सरकार की बेचैनी भी कुछ उसी तरफ इशारा कर रही है। यहां सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच आपसी मतभेद पहले से ही देखे जाते रहे हैं। सीएम गहलोत उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद से ही सवालों के घेरे में है, यहां हुई घटना से राज्य का एक बड़ा वर्ग नाराज है।
सत्ता परिवर्तन के संकेत?
इस बैठक में विधायकों के न शामिल होने के बाद से ही सियासी गलियारों में कयास लगने लगे है कि कहीं महाराष्ट्र की तरह ही राजस्थान में भी सत्ता परिवर्तन के संकेत तो नहीं ? अगर ऐसा है तो कांग्रेस को आने वाले दिनों में मुश्किलों से भरे दौर का सामना करना पड़ सकता है।
हाल ही में उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद से ही गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ गयी है। घटना के बाद से सरकार के विरोध में देशभर में प्रदर्शन किए गए। माना जा रहा है कि कन्हैयालाल की हत्या के मामले के बाद राज्य का बहुसंख्यक वर्ग सरकार से नाराज है। ऐसे समय में विधायकों की गैर मौजूदगी बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर रही है।
पायलट के साथ गहलोत के मतभेद पुराने हैं
सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच आपसी मतभेद काफी पुराने है। गहलोत चाहते है कि वह सीएम की कुर्सी पर बने रहे वहीं पायलट जल्द ही अपने आप को सीएम के लिए बेहतर चेहरा साबित करने में जुटे रहते हैं। हाल ही में गहलोत ने पायलट को सार्वजनिक रूप से निकम्मा कह दिया था साथ ही उन्होंने सचिन पायलट को लेकर कहा था कि वह पायलट बीजेपी नेताओं के साथ मिले हुए थे और सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि गहलोत ने निकम्मे वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि वह सचिन को प्यार से ऐसा कहते है।
Created On :   12 July 2022 6:35 PM IST