झारखंड में सीएम की मीटिंग में 6 विधायक नहीं हुए शामिल, कहीं सियासी संकट के संकेत तो नहीं!
डिजिटल डेस्क,रांची। झारखंड में सियासी पार चढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। दरअसल महागठबंधन सरकार में शामिल सभी सदस्यों की आज मीटिंग बुलाई गई थी। जिसमें 6 विधायक शामिल नहीं हो पाए। यह बैठक हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में होनी हैं। मीटिंग में शामिल न होने वाले विधायकों में कांग्रेस के भी तीन विधायक बताए जा रहे हैं।
हालांकि इन 6 विधायकों के बैठक में न शामिल हो पाने के पीछे रांची में हो रही तेज बारिश को कारण बताया जा रहा है। लेकिन महागठबंधन के 6 विधायकों को छोड़कर बाकी सभी विधायक मीटिंग में शामिल हुए हैं, इसलिए बैठक में 6 विधायकों का शामिल न होना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने पार्टी के सभी विधायकों को रांची में ही रहने के निर्देश पहले ही दे दिए थे। इसके बाद भी कांग्रसे के भूषण बाड़ा, पूर्णिमा नीरज सिंह, ममता देवी वहीं झामुमो के चमरा लिंडा,सरफराज अहमद, और बसंत सोरेन भी नहीं पहुंचे हैं।
बताया यह जा रहा है कि माइनिंग लीज आवंटित करवाने के मामले पर निर्वाचन आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सीएम सोरेन के खिलाफ दायर याचिका पर अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है। इस पर कभी भी फैसला आ सकता है। सोरेन पर आरोप है कि सीएम सोरेन ने पद में रहते हुए माइनिंग लीज अपने नाम आवंटित करवाई थी। कोर्ट का फैसला अगर सोरेन के पक्ष में नहीं आता है तब आगे क्या किया जाएगा इस स्थिति से निपटने के लिए यह मीटिंग बुलाई गई थी।
सरकार के पास 52 विधायकों का समर्थन
मीटिंग में 6 विधायकों ने पंहुच पाने के पीछे कई तरह के सवाल भले ही उठ रहे हों लेकिन सरकार के पास फिलहाल कुल 81 सदस्यों में से 52 विधायकों का समर्थन हासिल है। यहां पर कांग्रेस के पास 18 विधायक हैं जिसमें से 3 अभी जेल में हैं वहीं जेएमएम के पास 30, सीपीआईएमएल के पास 1, राजद के पास 1, एनसीपी के पास 1 विधायक है वहीं सरयू राय भी महागबंधन सरकार के समर्थन में हैं।
जबिक हम अगर बीजेपी की बात करें तो उसके पास 26 विधायक है, आजसू के पास 2 और निर्दलीय विधायक अमित मंडल भी बीजेपी के पक्ष समर्थन में हैं यानि कुल मिलाकर विपक्ष में 29 विधायक हैं।
Created On :   20 Aug 2022 4:44 PM IST